Pearl Farming: खेती-किसानी के क्षेत्र में हाल के कुछ वर्षों में कई परिवर्तन देखने को मिले हैं. किसान नई और नकदी फसलों की खेती करने की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, इससे उन्हें लाभ भी हो रहा है और उनकी कमाई भी बढ़ रही है. बीते कुछ सालों में किसानों के बीच मोती की खेती काफी लोकप्रिय हो गई है. आभूषण उद्योग में मोती की लगातार बढ़ती मांग भी इसकी खेती की एक बड़ी वजह है. मोती की खेती से किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. मौजूदा वक्त में भारत के लगभग हर क्षेत्र में इसकी खेती हो रही है. इतना ही नहीं, इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ट्रेनिंग से लेकर बाजार तक में लोगों की मदद कर रही है. ऐसे में अगर आप भी इसकी खेती कर मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो खबर जरूर पढ़ें. आज हम आपको इसकी खेती के बारे में बताने जा रहे हैं
कम निवेश ज्यादा मुनाफा
ऐसा नहीं है की मोती केवल समुद्र की गहराइयों में पैदा होते हैं. अब रेगिस्तान में भी मोती की खेती हो रही है. यहां तक की कुछ लोग तो अपने घरों में भी मोती की खेती कर रहे हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. इसके लिए धन की बहुत ज्यादा आवश्यकता नहीं होती है. एक विशेषज्ञ के अनुसार, किसान केवल 25 हजार रुपये के निवेश से 3 लाख रुपये तक का बंपर मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि मोती से कई तरह के महंगे आभूषण बनाए जाते हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह करोड़ों में बिकते हैं.
कैसे होती है मोती की खेती?
किसान मोतियों का उत्पादन सीप के माध्यम से कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें 500 वर्ग फुट में एक तालाब या टैंक बनाना होगा. सबसे पहले सीपों को घर पर ही बनाए गए छोटे तालाब में वातावरण के अनुकुल ढालने के लिए 10 दिन तक छोड़ देते हैं. फिर सर्जरी करके उनमें न्यूक्लीयस डालकर तीन दिन एंटीबाॅडी में रखा जाता है. जिसके बाद सभी सीपों को 12-13 माह तक तालाब में छोड़ दिया जाता है. सीप से मोती निकालने के काम में तीन गुना तक का मुनाफा हो जाता है.
खेती से पहले ट्रेनिंग जरूर लें
तालाब में लगभग 100 सीपियों का पालन करके उत्पादन को बेहतर बनाना संभव है. हालांकि, इसके लिए उचित प्रशिक्षण भी आवश्यक है. कई सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा मोदी की खेती के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. किसान इन प्रशिक्षणों का लाभ उठाकर अपने मुनाफे को और बढ़ा सकते हैं.
कितनी हो सकती है कमाई?
एक सीप तैयार करने में लगभग 50 रुपये का खर्च आता है. सीप तैयार होने के बाद, दो मोती निकलते हैं. मोती 250 से 400 रुपये में बिकता है, मोती की कीमत उसकी क्वाविटी पर निर्भर करती है.
उदाहरण के लिए, 500 सीपों की खेती करने में लगभग 25 हजार रुपये का खर्च आता है. जिससे किसान लगभग 1.25 लाख से 3 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.