NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 9 October, 2022 11:34 AM IST
खजूर की खेती

भारत में पारंपरिक फसलों के साथ- साथ बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किसानों को काफी प्रोत्साहित किया जा रहा है. सरकार का लक्ष्य किसानों की आमदनी दोगुना करना और किसानों को समृद्ध बनाना है. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार खजूर की खेती को बढ़ावा देने के लिए 1 लाख 40 हजार तक की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है. किसानों को योजना का लाभ सही तरीके से मिले सके इसके लिए रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया को अनिवार्य किया गया है.

खजूर की खेती को सब्सिडी देने का कारण

खेती- किसानी के क्षेत्र में हरियाणा एक समृद्ध राज्य है. यहां किसान पारंपरिक फसलों के साथ-साथ बागवानी फसलों में भी कई प्रकार के प्रयोग कर रहे हैं. हरियाणा में खजूर की खेती को बढ़ावा देने के पीछे का कारण यहां की मिट्टी और जलवायु है. दक्षिणी हरियाणा की मिट्टी और जलवायु को खजूर की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. दरअसल यहां की मिट्टी रेतीली है जिसमें खजूर के पौधों का विकास बड़ी ही आसानी से होता है ओर पेड़ पर जल्दी फल लगने लगते हैं.

ये भी पढ़ें: जैविक खेती हो रही है देश के इस जिले में पॉपुलर, 2500 से ज्यादा किसानों ने दिया सरकार का साथ, जानें पूरी खबर

कैसे प्राप्त करें सब्सिडी

  • किसानों को खजूर की खेती करने पर सरकार अधिकतम 1 लाख 40 हजार तक की सब्सिडी दे रही है. लेकिन सिर्फ 10 एकड़ तक की जमीन पर ही सब्सिडी मिलेगी.

  • इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट fasal.haryana.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा.

  • इसके अलावा किसान इस योजना से जुड़ी ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए हरियाणा बागवानी विभाग के नजदीकी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.

खजूर की खेती पर एक नजर

खजूर को सूखे मावे और कई अन्य प्रकार की चीजें बनाने में उपयोग किया जाता है. इसकी खेती रेतीली मिट्टी और बंजर जमीन में ज्यादा अच्छे तरीके से होती है. कम पानी वाले क्षेत्रों के लिए खजूर की खेती किसी वरदान से कम नहीं है. एक बार रोपाई करने के बाद इसका पौधा 5 साल के अंदर फल देने लगता है. इसके उत्पादन को अगर देखा जाए तो 70 से 100 कि. ग्राम तक इसका उत्पादन हो जाता है. सूखा प्रभावित क्षेत्र के किसानों के लिए यह अच्छी आमदनी का जरिया है.

English Summary: haryana government is giving the subsidy of more than one lakh to dates farming
Published on: 09 October 2022, 11:38 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now