भारत में चेरी टमाटर की खेती किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय हो रही है. पहले के समय में इसका उपयोग अधिकतर फ़ाइव स्टार होटलों में ही किया जाता था, लेकिन आज छोटे होटलों में भी आपको यह खाने मिलेंगे. वहीं टमाटर पर हो रहे लगातार शोध में ऐसी किस्मों को भी इजाद किया जा रहा है जो देखने में चेरी या बड़े बेर जैसी प्रतीत होती हैं.
चेरी टमाटर की खासियत
स्वाद के मामले में चेरी टमाटर सामान्य टमाटरों के मुकाबले अधिक मीठा होता है. इसमें 9.4 टीएसएस पाया जाता है, जबकि सामान्य टमाटर में टीएसएस की मात्रा 3.5 तक होती है. बीज और रस की मात्रा इसमें सामान्य टमाटरों के मुकाबले कम होता है. इसमें विटामिन ए व लाइकोपीन भी भरपूर मात्रा में होता है, जिस कारण यह स्वास्थ्यवर्धक है. इसका रंग लाल, गुलाबी और पीला हो सकता है.
खेती का सही समय
पॉलीहाउस में इसकी खेती जुलाई में की जा सकती है, जबकि बाहर इसकी खेती सितंबर में की जा सकती है. चेरी टमाटर के फल मार्च में सबसे अधिक होते हैं.
बढ़ रही है मांग
विशेषज्ञों के मुताबिक बाजार में इसकी मांग बढ़ रही है. विवाह के अलावा घरों में भी इसका उपयोग बढ़ रहा है. सामान्य टमाटर की तुलना में इसके दाम हमेशा अधिक होते हैं. बाजार में अगर सामान्य टमाटर 60 रुपये किलो के करीब हैं तो अंदाजा लगाकर चलिए कि चेरी टमाटर के भाव 120 रुपये प्रति किलो ही होगे, यानी दोगुने दाम.
स्वास्थ्यवर्धक है चेरी टमाटर
चेरी टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और लाइकोपीन होतो है, जिस कारण यह स्वास्थ्यवर्धक है. एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है. चेरी टमाटर हृदय रोग और मधुमेह रोगियों के लिए भी फायदेमंद है. इसी तरह लाइकोपीन प्रोस्टेट कैंसर को रोकने में सक्षम है.