Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 October, 2023 11:58 AM IST
लौकी की उन्नत किस्में

Improved Varieties of Bottle Gourd: हमारे देश के किसान अपने खेत में कई तरह की बेहतरीन सब्जियों की खेती करते हैं. ताकि वह इसे अच्छी कमाई कर सके. इन्हीं सब्जियों में कुछ ऐसी भी सब्जी की खेती है, जिनकी खेती करके किसान साल भर अच्छी कमाई कर सकते हैं. जैसे कि कद्दूवर्गीय सब्जी लौकी आदि. बता दें कि लौकी की सब्जी ऐसी हैं, जिसकी खेती किसान तीनों ही सीजन जायद, खरीफ और रबी सीजन में कर सकते हैं. अगर आप हाल-फिलहाल में लौकी की खेती करने जा रहे हैं, तो लौकी की यह पांच किस्में अर्का बहार, अर्का गंगा, अर्का नूतन, पूसा संतुष्टि, पूसा संदेश और सम्राट अच्छा विकल्प साबित हो सकती है.

लौकी की यह किस्में लगभग 56 से 160 दिनों के अंदर पूरी तरह से तैयार हो जाती है. इन किस्मों की सब्जी की मांग भारतीय बाजार के साथ-साथ विदेशों के बाजार में भी हमेशा ही बनी रहती है. आइए लौकी की इन बेहतरीन किस्मों के बारे में जानते हैं-

लौकी की पांच उन्नत किस्में/ Five improved varieties of bottle gourd

अर्का गंगा

अर्का गंगा किस्म की लौकी गोलकार और हरे हरे रंग की होती होती है. यह लौकी लगभग 56 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की उत्पादन क्षमता प्रति हेक्टेयर लगभग 58 टन तक है.

अर्का बहार

इस किस्म की लौकी लंबी और सीधी होती है और यह हरे रंग की चमकदार पाई जाती है. अर्का बहार लौकी की किस्म प्रति हेक्टेयर 40-45 टन तक उत्पादन देती है.

अर्का नूतन

लौकी की यह किस्म बेलनाकार की होती है. अर्का नूतन करीब 56 दिनों के अंदर तैयार हो जाती है. इस किस्म की उपज क्षमता प्रति हेक्टेयर लगभग 46 टन तक होती है.

पूसा संतुष्टि

इस किस्म की लौकी नाशपाती की तरह दिखाई देती है. यह लौकी बेहद ही ज्यादा चिकनी होती है. इस लौकी का वजन करीब 0.8 से 1.0 किलोग्राम तक होता है. पूसा संतुष्टि लौकी की किस्म की पैदावार क्षमता 25 से 29 टन तक होती है.

पूसा संदेश

लौकी की यह किस्म गहरे हर रंग की होती है. वहीं आकार की बात करें, तो यह आकार में चपटे और गोलाकार होती है. पूसा संदेश लौकी की वजन करीब 500 से 600 ग्राम तक पाया जाता है. इसकी पैदावार क्षमता प्रति हेक्टेयर 32 टन तक है.

ये भी पढ़ें: मसूर की अच्छी पैदावार के लिए करें इन उन्नत किस्मों की बुवाई, जानें उनकी विशेषताएं और पैदावार

सम्राट

लौकी की सम्राट किस्म 30 से 40 सेमी लंबी और आकार में बेलनाकार है. यह लौकी भी हरे रंग की होती है. लेकिन लौकी की यह किस्म बाकी लौकी के मुकाबले देर से पकती है. यह लौकी 150 से 180 दिन के अंदर पक जाती है. इसकी उत्पादन क्षमता लगभग 400 से 500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है.

English Summary: five improved varieties of bottle gourd cultivation bottle gourd vegetable
Published on: 15 October 2023, 12:10 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now