किसान भाई अधिक मुनाफा कमाने के लिए तिलहन फसलों की खेती की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. देखा जाए तो इस खेती की मांग भी बाजार में काफी ज्यादा हो रही है. क्योंकि इसकी फसल से केवल तेल ही नहीं अन्य कई तरह के उत्पादों को भी तैयार किया जाता है, जो आज के समय में बेहद जरूरी हैं.
तो आइए आज हम आपको इस लेख के माध्यम से तिलहन की ऐसी फसलों के बारे में बताएंगे, जिससे आप मोटी कमाई सरलता से कर सकते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर भारत में ज्यादातर किसान खेत में तिलहन की खेती करते हैं. ताकि वह अपनी आय को बढ़ा सके. तिलहन की फसलों में सबसे पहला नाम मूंगफली का आता है. मूंगफली की फसल (groundnut crop) भारत में सबसे महत्वपूर्ण तिलहन फसलों (oilseed crops) में से एक मानी जाती है. इसे किसान खरीफ सीजन में उगाते हैं, लेकिन देश के किसान रबी सीजन में भी इसकी खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.
रेपसीड या सरसों की खेती (Rapeseed or Mustard Farming ) - इसकी खेती को देश में तेल के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. यह दूसरी तिलहन फसलों में से एक है. क्योंकि इसकी फसलें से निर्मित उत्पादों को घर की रसोई में इस्तेमाल किया जाता है. खाने का तेल इसी की खेती से तैयार किया जाता है.
तिल की खेती (sesame cultivation) - यह खेती किसानों के लिए बेहद लाभकारी होती है. क्योंकि इसकी फसल से खाने से लेकर इत्र और दवाओं तक में इस्तेमाल में लाया जाता है. एक रिपोर्ट से यह पता चला है कि भारत तिल की फसल में दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्र है.
अलसी की खेती (flaxseed farming) - इस तिलहन फसल से भी किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. क्योंकि इसकी फसल से पेंट, वार्निश, प्रिंटिंग स्याही और खाद्य तेल निकालने आदि कई तरह के प्रोडक्ट को बनाया जाता है, जिसके चलते किसान इसकी खेती को अपना रहे हैं और एक अच्छी कमाई भी कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: इस खेती से कमा सकते लाखों रुपए, फूल से लेकर छाल तक है उपयोगी
इन सब तिलहन फसलों के लिए भारत सरकार की तरफ से भी किसान भाइयों की पूरी-पूरी मदद की जाती है, इसके लिए सरकार ने कई स्कीम भी तैयार की है, जिससे जुड़कर किसान लाभ उठा सकते हैं.