देश में बेरोजगारी आज एक ऐसा संकट बन गया है जिसका जवाब न तो किसी नेता के पास है और न ही किसी सरकार के पास. देश के हर राज्य में कुछ मिले या न मिले, परंतु पढ़े- लिखे बेरोज़गार युवा जरुर मिल जाएंगे. आज एक बी.टेक युवा 12 से 16 हजार की नौकरी करने को मजबूर है और उसकी मजबूरी यह है कि वह उसको छोड़कर जा भी नहीं सकता. लेकिन बीते कुछ सालों में कृषि क्षेत्र ने देश के इन बेरोज़गार युवाओं के लिए रोजगार के दरवाज़े खोले हैं. कोई जैविक खेती के माध्यम से पैसा कमा रहा है तो कोई पारंपरिक खेती छोड़ फूलों की खेती से मुनाफा कमा कर लखपति बन रहा है. ठीक इसी तरह कृषि जगत में एक और ऐसा कार्य है जिससे आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
डिजिटल मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान से लाइसेंस के तहत पूसा, डिजिटल मृदा परीक्षण और उर्वरक सिफारिश किट का निर्माण करती हैं. यह परीक्षण कीट हर प्रकार की मिट्टी की जांच करके उसकी उपजाऊ क्षमता और दूसरे गुणों-अवगुणों को बता देती है. आप यह कीट लगाकर अपने घर में ही मिट्टी की जांच प्रयोगशाला खोल सकते हैं.
इन मानकों के तहत होती है मिट्टी की जांच
- जैविक कार्बन
- प्राप्य नाइट्रोजन
- प्राप्य फास्फोरस
- प्राप्य पोटेशियम
- प्राप्य पोटेशियम
- प्राप्य जिंक
- प्राप्य सल्फर
- प्राप्य बोरोन
- प्राप्य आयरन
- प्राप्य मैंगनीज
- तांबा
- विद्युत चालकता
- पीएच
- एसिड मिट्टी के लिए चूना टेस्ट
- क्षारिय मृदा के लिए जिप्सम टेस्ट
क्या है इस मिट्टी परीक्षण किट की विशेषताएं ?
- मिट्टी के 14 मानकों की जांच करती है.
- 100 फसलों के लिए उर्वरक की सिफारिश देती है.
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रिंट करके देती है.
- मृदा स्वास्थ्य रिपोर्ट मोबाइल पर भेजती है.
- मिट्टी को उपजाऊ रखती है.
- 6 घंटे का बैटरी बैकअप और सौर ऊर्जा से चार्ज की सुविधा.
- कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए USB Port.
- अब कोई भी अपनी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला शुरु करके पैसे कमा सकता है.