क्रोटन का पौधा दिखने में बहुत सुन्दर और आकर्षक होता है जो एक मध्यम आकर का प्लांट है इसकी पत्तियों का रंग प्रजाति के अनुसार अलग-अलग होता है. हालांकि उपयोग ज्यादातर घरों के अंदर और बालकोनी में लगाने के लिए होता है लेकिन क्रोटन में हवा को शुद्ध करने का भी गुण होता है इतना ही नहीं क्रोटन का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है, इसके पौधे से तेल भी निकाला जाता है. यह दक्षिण पूर्व एशिया के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के मूल निवासी, क्रोटन यूफोरबिएसी परिवार (पॉइंसेटिया के समान) का हिस्सा है. इसे व्यापारिक तौर पर लगाकर अच्छी कमाई भी जा सकती है जानिए इस औषधीय पौधे को लगाने का तरीका...
उपयुक्त जलवायु- यह एक नम वातावरण का आनंद लेते हैं, और तेजी से बढ़ेंगे और तेज धूप के संपर्क में आने पर अधिक जीवंत रंग दिखाएंगे. पतझड़ के मौसम में सभी क्रोटन पौधे अच्छी तरह से बढ़ते हैं. इस मौसम में उगने वाले पौधों की पत्तियाँ हरी, लाल, पीली, भूरी, गुलाबी और हल्की बैंगनी रंग की होती हैं.
मिट्टी का चयन- क्रोटन के पौधों के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की जरुरत होती है. हालांकि इस पौधे को रेतीली मिट्टी अधिक पसन्द होती है.
पौधारोपण का सही समय- क्रोटन के पौधे हमेशा जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीने में लगाने चाहिए, आजकल यह बहुत आसानी से उग जाता है.
कटिंग से क्रोटन के पौधे कैसे उगायें- सबसे पहले 5-6 लंबी कटिंग कर लें, ये सभी कटिंग सॉफ्ट होनी चाहिए इसके बाद एक ऐसे गमले का चयन करें जिसमें लगभग 4-5 क्रोटन की कटिंग आसानी से लग सकें, अब रेत और थोड़ी सी बजरी दोनों को अच्छी तरह मिलाकर बर्तन के अंदर भरें, मिट्टी के मिश्रण को बर्तन में भरने के बाद इसे अच्छी तरह से पानी दें जब मटके की बालू पूरी तरह गीली हो जाए तो उसमें कटी हुई संख्या के अनुसार कुछ लकड़ियों से गड्ढे बना लें, सभी क्रोटन कटिंग के नीचे की दो पत्तियों को हटा दें और ऊपर की पत्तियों को भी आधा काट लें इसके बाद सभी कलमों के निचले हिस्से को लगभग 2 दिनों तक पानी में डुबोकर रखें और उसमें रूटिंग हार्मोन पाउडर लगाएं. सभी कलमों में रूटिंग हॉर्मोन पाउडर लगाने के बाद कलमों को गमलों में लगा दें इसके बाद फिर से बर्तन में खूब पानी डालें. इन सभी कलमों को जड़ने में लगभग एक महीने का समय लगता है पौधे की जड़ निकलने तक समय-समय पर पानी दें.
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क्रोटन प्लांट की देखभाल- क्रोटन के पौधे को हल्की धूप की जरुरत होती है, अगर पौधे को धूप बिल्कुल नहीं मिलती है तो पत्तियों का रंग हल्का हो जाता है. पौधा लगाते समय एक बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए, जिस गमले में क्रोटन का पौधा लगा रहे हैं, उसके नीचे पानी की निकासी के लिए एक छेद होना बहुत जरूरी है.
उर्वरक- इस पौधे को गर्मियों में कुछ खास पोषक तत्वों की जरूरत होती है, महीने में कम से कम एक बार क्रोटन को तरल खाद देना जरूरी है, इसके लिए घर पर ही खाद तैयार कर सकते हैं. जब भी पौधे को निषेचित करना हो तो पौधे को कुछ समय पहले पर्याप्त पानी दें ताकि उसकी जड़ और मिट्टी नम हो जाए इससे जड़ें मजबूत होती हैं और तरल खाद जड़ों से अच्छी तरह से अवशोषित हो जाती है.
पानी देने की आवृत्ति- क्रोटन के पौधे को सप्ताह में एक से 2 बार पानी देने की जरुरत होती है, हालांकि पानी तब ही दें जब मिट्टी सूख जाए.