Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 13 April, 2023 2:45 PM IST
Medicinal plants farming

क्रोटन का पौधा दिखने में बहुत सुन्दर और आकर्षक होता है जो एक मध्यम आकर का प्लांट है इसकी पत्तियों का रंग प्रजाति के अनुसार अलग-अलग होता है. हालांकि उपयोग ज्यादातर घरों के अंदर और बालकोनी में लगाने के लिए होता है लेकिन क्रोटन में हवा को शुद्ध करने का भी गुण होता है इतना ही नहीं क्रोटन का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है, इसके पौधे से तेल भी निकाला जाता है. यह दक्षिण पूर्व एशिया के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के मूल निवासी, क्रोटन यूफोरबिएसी परिवार (पॉइंसेटिया के समान) का हिस्सा है. इसे व्यापारिक तौर पर लगाकर अच्छी कमाई भी जा सकती है जानिए इस औषधीय पौधे को लगाने का तरीका...

उपयुक्त जलवायु- यह एक नम वातावरण का आनंद लेते हैं, और तेजी से बढ़ेंगे और तेज धूप के संपर्क में आने पर अधिक जीवंत रंग दिखाएंगे. पतझड़ के मौसम में सभी क्रोटन पौधे अच्छी तरह से बढ़ते हैं. इस मौसम में उगने वाले पौधों की पत्तियाँ हरी, लाल, पीली, भूरी, गुलाबी और हल्की बैंगनी रंग की होती हैं.

मिट्टी का चयन- क्रोटन के पौधों के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की जरुरत होती है. हालांकि इस पौधे को रेतीली मिट्टी अधिक पसन्द होती है.

पौधारोपण का सही समय- क्रोटन के पौधे हमेशा जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीने में लगाने चाहिए, आजकल यह बहुत आसानी से उग जाता है.

कटिंग से क्रोटन के पौधे कैसे उगायें- सबसे पहले 5-6 लंबी कटिंग कर लें, ये सभी कटिंग सॉफ्ट होनी चाहिए इसके बाद एक ऐसे गमले का चयन करें जिसमें लगभग 4-5 क्रोटन की कटिंग आसानी से लग सकें, अब रेत और थोड़ी सी बजरी दोनों को अच्छी तरह मिलाकर बर्तन के अंदर भरें, मिट्टी के मिश्रण को बर्तन में भरने के बाद इसे अच्छी तरह से पानी दें जब मटके की बालू पूरी तरह गीली हो जाए तो उसमें कटी हुई संख्या के अनुसार कुछ लकड़ियों से गड्ढे बना लें, सभी क्रोटन कटिंग के नीचे की दो पत्तियों को हटा दें और ऊपर की पत्तियों को भी आधा काट लें इसके बाद सभी कलमों के निचले हिस्से को लगभग 2 दिनों तक पानी में डुबोकर रखें और उसमें रूटिंग हार्मोन पाउडर लगाएं. सभी कलमों में रूटिंग हॉर्मोन पाउडर लगाने के बाद कलमों को गमलों में लगा दें इसके बाद फिर से बर्तन में खूब पानी डालें. इन सभी कलमों को जड़ने में लगभग एक महीने का समय लगता है पौधे की जड़ निकलने तक समय-समय पर पानी दें.

ये भी पढ़ें: हर समस्या का एक ही समाधान, इस औषधीय पौधे की खेती से हो सकते मालामाल !

क्रोटन प्लांट की देखभाल- क्रोटन के पौधे को हल्की धूप की जरुरत होती है, अगर पौधे को धूप बिल्कुल नहीं मिलती है तो पत्तियों का रंग हल्का हो जाता है. पौधा लगाते समय एक बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए, जिस गमले में क्रोटन का पौधा लगा रहे हैं, उसके नीचे पानी की निकासी के लिए एक छेद होना बहुत जरूरी है.

उर्वरक- इस पौधे को गर्मियों में कुछ खास पोषक तत्वों की जरूरत होती है, महीने में कम से कम एक बार क्रोटन को तरल खाद देना जरूरी है, इसके लिए घर पर ही खाद तैयार कर सकते हैं. जब भी पौधे को निषेचित करना हो तो पौधे को कुछ समय पहले पर्याप्त पानी दें ताकि उसकी जड़ और मिट्टी नम हो जाए इससे जड़ें मजबूत होती हैं और तरल खाद जड़ों से अच्छी तरह से अवशोषित हो जाती है.

पानी देने की आवृत्ति- क्रोटन के पौधे को सप्ताह में एक से 2 बार पानी देने की जरुरत होती है, हालांकि पानी तब ही दें जब मिट्टी सूख जाए.

English Summary: Croton has many medicinal properties along with purifying the air, know how to plant
Published on: 13 April 2023, 02:52 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now