सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 28 February, 2020 12:56 PM IST
Maize Disease

मक्का हमारे देश की प्रमुख फसलों में से एक है. बड़े पैमाने पर इसकी खेती भारत के कई हिस्सों में की जाती है. किसान जहां इसकी व्यापक रूप से खेती करते हैं, वहीं इसमें लगने वाले कई तरह के रोग और कीटों से भी परेशान रहते हैं. उन्हें अपनी फसल का ज़्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है, खासकर फाल आर्मी वर्म से.

ऐसा इसलिए क्योंकि ये कीट झुंड में फसल पर हमला करते हैं और इस तरह कुछ ही समय में ये पूरी मक्का की फसल (maize crop) को नष्ट कर सकते हैं. मौसम के मुताबिक ही इस कीट की कई पीढ़ियां आपको मिलेंगी.

आपको बता दें कि मादा कीट अपने जीवन काल में लगभग एक से दो हजार अंडे दे सकती है. गर्मी के मौसम में फाल आर्मी वर्म (fall army worm) का जीवन चक्र लगभग 30 दिन ( एक महीना) का होता है.

वहीं बसंत एवं शरद ऋतु में इस कीट का जीवन काल (Life cycle of worm) 60 दिन, यानी दो महीने का हो जाता है. अब अगर शीतकाल की बात करें तो वहीं इसका जीवन काल बढ़कर 80-90 दिनों का हो जाता है.

मक्का फसल का बचाव (maize protection )

विशेषज्ञों की मानें तो इस कीट से फसल को शुरुआती अवस्था में ही बचाना चाहिए. इसके लिए 200 एमएल प्रति एकड़ नीम का तेल (neem oil) स्प्रे कर सकते हैं.

वहीं कीट के बड़े होने की अवस्था में, जब कीट मक्का फसल को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लेता है, किसान एम्पलिगो स्प्रे करें. किसान इसे 80 एमएल डेढ़ लीटर पानी में मिला कर ढाई एकड़ में स्प्रे करें.

ठीक इसी तरह, एमिमामेक्टिन बेंजोएट पांच एसजी का 200 ग्राम प्रति हेक्टेयर में 15-20 दिन के अंतराल पर 2-3 बार छिड़काव करें. इसका पहला छिड़काव बुवाई के 15 दिन बाद जरूर करें.

80 से ज़्यादा तरह की फसलों पर फाल आर्मी वर्म का प्रकोप (Fall army worm outbreak on more than 80 types of crops)

वैसे तो यह फाल आर्मी वर्म बहुभक्षी कीट है, जो 80 से भी ज़्यादा प्रकार की फसलों पर अपना प्रकोप दिखाता है. वहीं अगर मक्का की बात करें तो यह इस कीट की सबसे पसंदीदा फसल है.

ऐसे में किसानों को अपनी मक्के की फसल को इससे बचाने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है जिससे उन्हें उत्पादन में किसी तरह की कमी न आए.

पहली बार जुलाई 2018 में इसका प्रकोप कर्नाटक में देखा गया भारत में पहली बार फाल आर्मी वर्म कर्नाटक में जुलाई 2018 में देखा गया. इसके बाद अब यह कीट अपना प्रकोप आंध्रप्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, उड़ीसा,  बिहार, उत्तर प्रदेश में भी दिखा रहा है.
English Summary: crop protection how can farmers protect maize crop from fall army worm
Published on: 28 February 2020, 01:02 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now