Mahindra Tractors ने अप्रैल 2024 में बेचे 37,039 ट्रैक्टर्स, निर्यात बिक्री में 23% की वृद्धि IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित LPG Price Cut: महंगाई से बड़ी राहत! घट गए एलपीजी सिलेंडर के दाम, जानें नए रेट Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 23 April, 2020 6:30 PM IST

वैसे तो हमारे देश में मिर्च की कई प्रकार की किस्में उगाई जाती है लेकिन पूर्वोत्तर भारत की भूत झोलकिया के नाम से दुनिया की सबसे तीखी मिर्च होने का रिकॉर्ड है इससे घोस्ट पेपर, यूरोप लाल नागा, नागा ढोलकिया आदि नामों से भी जाना जाता है. सामान्य मिर्च की तुलना में भूत जोल किया 400 गुना ज्यादा तीखी होती है हमारे देश में इसकी खेती आसाम मणिपुर और नागालैंड में की जाती है. इसका स्वाद और तीखापन बहुत ही असहनीय होता है. इसमें पाया जाने वाला औली ओरिजिन इसके  तीखे पन के लिए जिम्मेदार होता है.

भूत झोलकिया मिर्च है बहुत ही लाभकारी

पाचन संबंधी कई समस्याओं में इसके सेवन से लाभ देखा गया है यह पेट के अल्सर से निपटने में कारगर है इसकी थोड़ी मात्रा गैस दस्त और पेट में ऐठन के लिए प्राकृतिक उपचार का काम करती है एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होने के कारण यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी लाभकारी साबित होती है.

यह मिर्च शरीर की रक्षा संचार प्रणाली को भी नियमित करती है कोलेस्ट्रॉल को कम करके यह हृदय रोगों से बचाती है माइग्रेन के दर्द में भी इससे लाभ होता है यह जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाती है ऐसा माना जाता है.

इस मिर्च का प्रयोग कई प्रकार के व्यंजनों के बनाने में किया जाता है सब्जियों में तीखापन और तेजी लाने के लिए इसका इस्तेमाल खूब होता है इसकी थोड़ी सी मात्रा सब्जी की तरी को चपरा बनाने के लिए काफी है.

किसान आसाम नागालैंड तथा मणिपुर क्षेत्र में इसकी खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं क्योंकि बाजार में इसकी बहुत कम मात्रा देखने को मिलती है यदि इसका व्यावसायिक स्तर पर उत्पादन प्रारंभ किया जाता है तो किसानों को लाभ होगा.

डॉ. आर एस सेंगर, प्रोफेसर
सरदार वल्लभ भाई पटेल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, मेरठ
ईमेल आईडी: sengarbiotech7@gmail.com

English Summary: bhut jolokia chilli is the most hot chili, know the benefits of its cultivation
Published on: 23 April 2020, 06:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now