मगही पान की खेती सबसे ज्यादा बिहार के मगध क्षेत्र में होती है. आर्थिक दृष्टिकोण से मगही पान की कीमत बाकी पानों से अपेक्षा अधिक होती है. किसानों को मगही पान की खेती से काफी ही फायदा है. पान खाने का शौख रखने वाले लोगों के दिल पर मगही पान राज करता है. इसकी खेती बिहार के कई जिलों में होती है और बनारस सहित भारत के अन्य जगहों पर भी इसकी काफी डिमांड है. वैसे इसकी खेती बिहार के गया, औरंगाबाद, नवादा और पटना के कुछ हिस्सों में काफी ही व्यापक स्तर पर होती है.
बिहार के मगध क्षेत्र के मगही पान को ज्योग्राफिकल आइडेंटिफिकेशन टैग मिल चुका है. क्योंकि इसका स्वाद अन्य पान के पत्तों से अलग है. साथ ही मगही पान का डिमांड धीरे-धीरे विदेशों में भी काफी तेजी से बढ़ने लगी है. ग्लोबल मार्कट में भी मगही पान अपनी पहचान बनाने में सफल है. आइए इस लेख में जानते हैं मगही पान के औषधिय गुणों के बारे में बिस्तार से.
मगही पान के औषधिय गुण
मगही पान जितना खाने में स्वादिष्ट है उससे कहीं ज्यादा इसमें औषधिय गुण भी शामिल हैं. मगही पान में यूजीनॉल नामक एक तत्व पाया जाता है. जो पाचन में सुधार करता है साथ ही भूख बढ़ाने में भी मदद करता है.पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के साथ-साथ ये खांसी में भी काफी लाभदायक होता है. मगही पान में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते है जिसकी मदद से हम मुंह में पड़े छालों को, मसूड़ों की समस्या के साथ मूंह की अन्य समस्या को भी दूर कर सकते हैं. मगही पान की एक खास औषधिय गुण ये भी है कि इसमें एंटीकैंसर गुण भी पाए जाते हैं. जिसके नियमित सेवन से कैंसर से जैसी बीमारियों को दूर किया जा सकता है.
बिहार सरकार द्वारा 300 मीटर खेती करने पर 50% की सब्सिडी
बिहार सरकार ने मगही पान की खेती करने वालें किसानों को उद्यनिकी फसल योजना के तहत 300 वर्ग मिटर में मगही पान की खेती करने पर ईकाइ लागत 70500 रुपये निर्धारित की है. जो किसान मगही पान की खेती 300 वर्ग मिटर में करते हैं तो उन्हें सरकार की तरफ से 50% सब्सिडी देने की योजना है. साथ ही साथ सरकार की तरफ से मगही पान की खेती करने वाले किसानों को 35250 रुपये देने की भी योजना है. इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो मगही पान की खेती बिहार के गया, औरंगाबाद, नवादा और नालंदा में खेती करते हैं.
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मगही पान की योजना का लाभ यहां से उठा सकते हैं
बिहार सरकार द्वारा मगही पान की खेती करने वाले किसान अगर गया, औरंगाबाद, नवादा और नालंदा के रहने वाले हैं और इसी क्षेत्र में मगही पान की खेती कर रहें है तो वो बिहार सरकार द्वारा मिलने वाले लाभ को बिहार कृषि विभाग उद्यान निदेशालय के अधिकारिक वेबसाइट के लिंक पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.