भारत में जैतून एक महत्वपूर्ण फसल है. आजकल किसान इसकी खेती में खास रुचि दिखा रहे हैं, क्योंकि इसकी खेती से किसानों को कम समय में अच्छी आमदनी होने लगती है. आज बाजार में जैतून के तेल की मांग बहुत ज्यादा है और इससे अन्य कई प्रोडक्ट भी बनाए जाते हैं, जो उपभोक्ताओं (consumers) द्वारा पसंद किए जाते हैं.
राजस्थान ही नहीं दूसरे राज्य भी कर रहे जैतून की खेती
आजकल दुनियाभर में जैतून की मांग बहुत बढ़ गई है. भारत की बात करें, तो राजस्थान जैतून का एक बहुत बड़ा उत्पादक राज्य है. राजस्थान में जैसलमेर, चूरु, हनुमानगढ़, गंगानगर और बीकानेर में जैतून की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. राजस्थान में किसानों को जैतून की खेती में मिल रही सफलता और अच्छे मुनाफे में देश के अन्य राज्यों के किसानों को भी जैतून की खेती के लिए प्रेरित किया है. आज गुजरात और मध्य प्रदेश समेत दर्जनभर राज्य जैतून की खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं.
क्या है उपयोग
जैतून का सबसे ज्यादा उपयोग तेल बनाने में किया जाता है. जैतून के तेल का उसकी गुणवत्ता के कारण बहुत ज्यादा महत्व है. आजकल इसका प्रयोग खाना बनाने में भी बहुत किया जाने लगा है. इसका तेल हल्का और सुपाच्य माना जाता है. इसमें कोलेस्ट्रॉल काफी कम होने के कारण आजकल लोगों की पहली पसंद बन गया है और स्वाद के मामले में भी यह बेजोड़ है. नवजात बच्चों की मालिश के लिए भी इस तेल को प्राथमिकता दी जाती है. जैतून के तेल का प्रयोग ब्यूटी प्रोडक्ट और दवाइयां बनाने में भी किया जाता है.
आवश्यक दशाएं
जैतून एक सदाबहार पौधा है और इसके लिए पोषक तत्व वाली भुरभुरी और उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है. अच्छी सिंचाई और मध्यम तापमान जैतून के पौधों के लिए वरदान की तरह है. ज्यादा सर्दी या ज्यादा गर्मी से फसल को नुकसान होता है.
कैसे करें रोपाई
जैतून के पौधों की रोपाई के लिए जुलाई से अगस्त का महीना सबसे बढ़िया मानते हैं. यदि सिंचाई की सुविधा वाले इलाके हों, तो जनवरी और फरवरी के बीच भी रोपाई की जा सकती है. जैतून की खेती से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए लगभग 10% परागण हो जाए, तो बहुत अच्छा रहता है
पैदावार के लिए है धैर्य की आवश्यकता
जैतून की खेती में शुरुआती 5 साल तक हालांकि कोई उत्पादन नहीं मिलता और इसे देखभाल भी बहुत ज्यादा चाहिए होती है, लेकिन उसके बाद किसानों की चांदी हो जाती है. मानसून में यह पौधा बहुत तेजी से बढ़ता है, लेकिन यदि हम चाहते हैं कि जैतून के अच्छे फल हमें प्राप्त हो तो खरपतवार की छंटाई समय-समय पर करते रहना चाहिए. इसके पौधों को कीड़ों और बीमारी से बचाने के लिए समय-समय पर बीमार टहनियों और पत्तियों को हटा दे रहना चाहिए.
एक हेक्टेयर में लगाएं कितने पौधे
एक हेक्टेयर में करीब 500 पौधे लगाए जा सकते हैं. इसके साथ ही पौधों की देखभाल ऑर्गेनिक खाद और सिंचाई के जरिए की जाए, तो फसल अच्छी प्राप्त होती है. एक हेक्टेयर में करीब 20 से 30 क्विंटल तक तेल का उत्पादन आसानी से हो जाता है हालांकि इसकी पैदावार प्राप्त करने में समय लगता है, लेकिन अन्य फसलों के मुकाबले यह बहुत मुनाफा देने वाली फसल है.
कितनी होगी कमाई
यदि 5 साल तक धैर्य पूर्वक फसल की देखभाल की जाए, तो 15 लाख रुपए प्रति वर्ष तक की कमाई आराम से की जा सकती है.