अक्तूबर माह शुरू हो गया है. किसानों को फसल से अच्छी उपज पाने के लिए खेत पर सीजन के मुताबिक ही बुवाई करनी चाहिए. जिससे वह कम समय में अच्छा उत्पादन पाने के साथ मोटा मुनाफा भी कमा सकें. तो ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके लिए रबी सीजन (Rabi Season) के अक्तूबर माह में होने वाले कृषि कार्यों की संपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं. तो आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं.
गेहूं की फसल
असिंचित क्षेत्रों में गेहूं बोने का कार्य अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से प्रारम्भ करें
धान की फसल
अगेती फसल की कटाई करें
अरहर की फसल
अरहर की अगेती फसल में फली छेदक कीट की रोकथाम के लिए अनुशंसित कीटनाशक का छिड़काव करें.
मूंगफली की फसल
फलियों की वृद्धि की अवस्था पर सिंचाई करें.
शीतकालीन मक्का की फसल
सिंचाई की समुचित व्यवस्था होने पर मक्का की बुवाई अक्टूबर के अंत में की जा सकती है.
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शरदकालीन गन्ना की फसल
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इस समय बुवाई के लिए अक्टूबर का पहला पखवारा उपयुक्त है.
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बुवाई शुद्ध फसल में 75-90 सेमी० तथा आलू, लाही या मसूर के साथ मिलवा फसल में 90 सेमी पर करें.
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बीज उपचार के बाद ही बुवाई करें.
तोरिया की फसल
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बुवाई के 20 दिन के अन्दर निराई-गुड़ाई कर दें साथ ही सघन पौधों को निकालकर पौधे से पौधे की दूरी 10-15 सेमी कर दें.
राई-सरसों की फसल
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राई की बुवाई के लिए माह का प्रथम पखवाड़ा सबसे उपयुक्त है.
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बुवाई के 20 दिन के अन्दर घने पौधों को निकालकर लाइन में उनके मध्य आपस की दूरी 15 सेमी कर दें.
चना की फसल
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चना की बुवाई माह के दूसरे पखवाड़े में करें.
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पूसा 256, अवरोधी, राधे, के०-850, आधार तथा ऊसर क्षेत्र में बुवाई के लिए करनाल चना-1 अच्छी प्रजातियाँ हैं.
बरसीम की फसल
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बरसीम की बुवाई माह के प्रथम पखवाड़े में प्रति हेक्टेयर 25-30 किग्रा बीज दर के साथ 1-2 किग्रा चारे वाली राई मिलाकर करें.