Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 1 October, 2024 4:59 PM IST
TAFE asserts rightful ownership of Massey Ferguson brand in India

1960 में स्थापना के बाद से, टैफे (TAFE) ने मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड का उत्पादन, निर्माण और पोषण किया है. अपनी मजबूत स्वदेशी आरएंडडी और गुणवत्ता नियंत्रण के साथ, टैफे (TAFE) भारत में 500 से अधिक मॉडलों का व्यापक उत्पाद पोर्टफोलियो पेश करता है. टैफे (TAFE) प्रतिवर्ष भारत में 180,000 से अधिक ट्रैक्टरों का उत्पादन करता है, जिसमें 100,000 से अधिक मैसी फर्ग्यूसन ट्रैक्टर शामिल हैं, और 3 मिलियन से अधिक संतुष्ट ग्राहकों का आधार बना चुका है. भारत में टैफे (TAFE) और मैसी फर्ग्यूसन एक-दूसरे के पर्याय माने जाते हैं.

टैफे (TAFE) भारत में ट्रैक्टरों का दूसरा और दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा निर्माता है, जिसने भारत और 80 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी विश्वसनीय गुणवत्ता के लिए प्रतिष्ठा स्थापित की है. 2,000 से अधिक डीलरों का मजबूत वितरण नेटवर्क टैफे (TAFE) के चार प्रतिष्ठित ट्रैक्टर ब्रांड - मैसी फर्ग्यूसन, टैफे, आयशर ट्रैक्टर्स और आईएमटी का समर्थन करता है. टैफे (TAFE) 80 से अधिक देशों में ट्रैक्टरों का निर्यात करता है. टैफे (TAFE) को अपने ग्राहकों, उद्योग निकायों, मीडिया और सरकारों से प्रदर्शन और कंपोनेंट्स की आपूर्ति के लिए असंख्य प्रशंसाएं मिली हैं एवं गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि के लिए अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त की है.

टैफे (TAFE) के उत्पाद भारत-केंद्रित डिज़ाइन के साथ आते हैं, जो एजीसीओ (AGCO) के उत्पादों से पूरी तरह अलग हैं और भारत तथा दुनिया भर के छोटे और मध्यम किसानों के लिए उपयुक्त हैं. 1960 में मैसी फर्ग्यूसन इंडिया के अधिग्रहण के पश्चात पूरा क्षेत्र टैफे (TAFE) के अधीन आने के बाद एजीसीओ (AGCO) की वैश्विक ब्रांड वेबसाइट ने ऐतिहासिक रूप से छह दशकों से भारत, नेपाल और भूटान के सन्दर्भ में मैसी फ़र्ग्यूसन का कोई उल्लेख नहीं किया है.

2012 में, टैफे (TAFE) ने एजीसीओ (AGCO) कॉर्पोरेशन में शेयरधारिता हासिल की और इसका सबसे बड़ा शेयरधारक और रणनीतिक दीर्घकालिक निवेशक बन गया, जिससे दोनों कंपनियों के बीच सहयोगात्मक संबंध और मजबूत हुए. तथा टैफे (TAFE) और एजीसीओ (AGCO) ने समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे एजीसीओ (AGCO) को एक दशक से अधिक समय के लिए निरंतर समर्थन का आश्वासन मिला.

जैसे-जैसे टैफे (TAFE) का रणनीतिक प्रभाव बढ़ता गया, एजीसीओ (AGCO) अपने समक्ष बारम्बार खड़े होने वाले मुद्दों को हल करने के बजाय, जिसमें एजीसीओ (AGCO) के कॉर्पोरेट प्रशासन की खामियां, शेयरधारकों के साथ पूरी तरह से अपर्याप्त जुड़ाव और प्रमुख क्षेत्रों में वित्तीय तथा परिचालन प्रदर्शन संबंधी मुद्दें शामिल थे, एजीसीओ (AGCO) ने ब्रांड उपयोग के संबंध में विवादास्पद और गलत सलाह देने की चालें चलकर टैफे (TAFE) की बदलाव लाने की कोशिश को दबाने का प्रयास किया, जो छह दशकों से एक निर्विवाद क्षेत्र रहा है.

मद्रास उच्च न्यायालय में दायर एक मामले में टैफे (TAFE) ने मैसी फ़र्ग्यूसन ब्रांड के स्वामित्व पर अपना दावा पेश किया. चेन्नई की वाणिज्यिक न्यायालय ने मैसी फ़र्ग्यूसन ब्रांड के संबंध में अंतरिम यथास्थिति का आदेश पारित करते हुए टैफे (TAFE) के पक्ष में फैसला सुनाया है, अतैव किसी भी पक्ष के लिए 29 अप्रैल 2024 तक की स्थिति को बदलना अस्वीकार्य है, और ऐसा करने का कोई भी प्रयास न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन होगा. टैफे (TAFE) ने एजीसीओ (AGCO) के खिलाफ न्यायालय के आदेशों की अवहेलना हेतु चेन्नई में एक अवमानना ​​याचिका दायर की है.

English Summary: TAFE asserts rightful ownership of Massey Ferguson brand in India; Files contempt of court petition against AGCO
Published on: 01 October 2024, 05:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now