आधुनिक फल सब्जी मंडी, अरेराज, पूर्बी चंपारण का निर्माण कौशल्या फाउंडेशन (एक सामाजिक संस्था जो की बिहार और खासकर के यहाँ किसानों एवं ग्रामीणों के विकास के लिए 2007 से निरन्तर प्रयासरत है और संकल्पित है) ने सिजेंटा कंपनी के आई क्लीन CSR कार्यक्रम के तहत किया है.
यह अपने आप में एक बहुत ही अनूठा और उल्लेखनीय उदाहरण है जहां एक मंदिर आस पास के किसानों और फल सब्जी विक्रेताओं एवं स्थानीय निवासियों के भलाई के लिए आगे बढ़ कर के पहल की हो.
इस मंडी में 9 पक्का शेड बनाया गया है, शुद्ध पेय जल, सौर ऊर्जा से प्रकाशित रोशनी एवं कचरा के उचित प्रबंधन की व्यवस्था की गई है. इस मंडी का डिज़ाइन एवं निर्माण सिंजेंटा कंपनी के उच्चस्थ आर्किटेक एवं अभियंताओं के देख रेख में हुआ है.
इस मंडी में सुबह में होलसेल यानी थोक खरीद बिक्री का काम होगा, आस पास गांव के किसान अपने कृषि उत्पाद को यहां के माध्यम से थोक में बिक्री कर सकेंगे. सुबह के बाद यही मंडी में फिर खुदरा बिक्री का काम होगा, फल सब्जी के विक्रेता यहां से खुदरा व्यापार करेंगे.
किसान भी अगर चाहे तो यहां से अपने कृषि उत्पाद का खुदरा बिक्री कर सकते हैं.
इस मंडी का प्रबंधन एक समिति के हाथों में होगा जिसके सदस्य प्रगतिशिल किसान, वेंडर्स और मंदिर के तरफ से अनुमोदित लोग होंगे.
समिति का कार्य मंडी का साफ सफाई, रख रखाव एवं विधि व्यवस्था कायम रखना होगा। इसके लिए मंडी समिति सभी Sellers से एक न्यूनतम राशि शुल्क लेगी.
इस मंडी के बनने से अरेराज के किसान, फल सब्जी के Vendors और आम जनों को काफी लाभ मिलेगा। अभी यहां फल सब्जी का कारोबार खुले में सड़क के किनारे होता है जिससे पूरे शहर में जाम की स्थिति भी बनी रहती है और फल सब्जी गाड़ियों के धुएं से सन जाती है। अरेराज के किसानो के पास कोई मंडी नहीं थी थोक में बिक्री करने के लिए, इससे अब इसके आस पास के गांव में फल सब्जी का उत्पादन भी बढ़ेगा.
उम्मीद है कि यहां प्रतिदिन लगभग 1000 किसान अपना थोक उत्पाद लेकर के आएंगे। लगभग 300 फल सब्जी के विक्रेताओं ने जगह आवंटन के लिए आवेदन पत्र दिया है.
इस मंडी को बनाने में स्थानीय प्रशासन का बहुत ही प्रंशसनीय सहयोग हर कदम पर मिला है
सिंजेंटा के मुख्य Sustainbility अधिकारी डॉक्टर के.सी. रवी जो कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के उत्त्थान के लिए संकल्पित हैं और इस संकल्पना के तहत उन्होंने अपने कंपनी को प्रेरित किया बड़े शहरों से दूर ग्रामीण इलाकों में आधुनिक मंडी निर्माण के लिए। इनकी कल्पना रही हैं एक ऐसे मंडी की जो कि आत्मनिर्भर हो और किसान के द्वारा प्रबंधित हो और जो भारत सरकार के स्वच्छता के मापदंड को पूरा करते हुए किसानों की आय में दुगनी तिगुनी वृद्धि करे। बाबा सोमेश्वर महादेव भगवान के पवित्र स्थली पर आधुनिक मंडी का निर्माण का जब उनके पास प्रपोजल आया तो उन्होंने बिना देरी किये इसकी अनुमति दी और अपने कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों श्री जगदीसा जी, श्री नारायणन जी एवं अन्य को इसके लिए अधिकृत किया। श्री जगदीसा जी लगातार इसके निर्माण की गति को खुद आकर के निरंतर देखते रहे हैं और हर समय पर उचित मार्गदर्शन किया है। यह समर्पण सिंजेंटा का किसानों के प्रति उनके प्रयास का बहुत ही प्रशंसनीय उदाहरण है.
मंडी की परिकल्पना एवं निर्माण के मुख्य प्रेरणा स्रोत्र भारत के पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह सर रहे हैं, उनके बिना इस मंडी की परिकल्पना भी नहीं कि जा सकती थी। शुरआत से लेकर के आज तक वो हर कदम पर हमेशा खुद खड़े रहे। जब कभी भी किसी भी तरह की बाधा आयी तो वो खुद अपने व्यस्त समय से समय निकाल कर के बाधाओं को दूर किया। उनकी परिकल्पना और अथक प्रयास की देन है यह आधुनिक कृषि मंडी जो आने वाले दिनों में किसानों की विकास की नई गाथा लिखेगा और यह अरेराज के किसानों की आमदनी दुगुनी करने में एक मुख्य भूमिका अदा करेगा.
कौशलेन्द्र
मैनेजिंग ट्रस्टी, के एफ
9304446443