अक्सर किसान खेतों में छुट्टा जानवरों द्वारा नुकसान के चलते परेशान रहते हैं। इनसे फसलों को बचाने के लिए किसान विभिन्न प्रयास करते हैं लेकिन इस प्रयास में वे कई बार जानवरों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इस समस्या का निदान निकालने के लिए गुजरात के एक किसान बचुभाई ठेसिया ने एक ऐसी मशीन बनाई है जिससे जानवरों को बिना नुकसान पहुंचाए खेतों से दूर भगाया जा सकता है। गुजरात के जामनगर के कालावड तहसील के रहने वाले किसान ठेसिया द्वारा निर्मित यह मशीन जानवरों के छूते ही झटका लगाती है जिससे वह दूर चले जाते हैं। यह जानवरों से खेत की सुरक्षा करने के लिए दिन-रात की भाग-दौड़ बचाती है।
बचुभाई ने खेतों के संरक्षण के लिए कई एक मशीनों का निर्माण किया है जिसके लिए वह देश के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम ,प्रतिभा पाटिल व पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार द्वारा पुरुस्कृत किये जा चुके हैं। उन्होंने खेतों में पानी देने वाली मशीन के साथ-साथ कम लागत (25 हजार) का एक ट्रैक्टर बनाया है जो कि दो बैलों के बराबर काम कर सकता है।
आइए विमोक्ष झटका मशीन के बारे में जानते हैं, इस मशीन की प्रमुख विशेषताएं निम्नवत है-
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विमोक्ष झटका मशीन सबसे सफल झटाका मशीन है।
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सौर-ऊर्जा से चार्ज होने के कारण इसके लिए बिजली की आवश्यकता नहीं है। सोलर पैनल, सोलर बैटरी इसके साथ में ही आती है।
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यह हाई वोल्टेज मशीन होने के कारण सफलता की शत प्रतिशत की गारंटी लेती है।
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यह 30 दिन के भीतर सफलता की गारंटी लेती है, ऐसा न होने की दशा में पैसा वापस कर दिया जाएगा।
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मशीन बैट्री की रक्षा स्वयं करती है, साथ ही बरसात में भी यह उपयोग के लिए सुरक्षित है।
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ऑटोमेटिक मोड होने के कारण यह रात में उठकर बंद करने की जरूरत नहीं है।
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50 एकड़ वाली मशीन पांच साल की वारंटी दी जाती है, जिस दौरान पोर्ट की बदलने के लिए केवल उसी का चार्ज किया जाता है।
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इस मशीन की रिपेयरिंग फ्री में की जाती है।
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मशीन के लिए 1 साल की गारंटी जिसके बाद में 5 साल की वारंटी दी जाती है।
इस मशीन के उपयोग के लिए फेंसिंग कुछ इस प्रकार करनी चाहिए-
फेन्सिंग के लिए 10 से 16 गेज का तार उपयुक्त होता है। 8 एकड़ के लिए 18 गेज का तार, 20 एकड़ के लिए 16 गेज का तार, 40 एकड़ के लिए 14 गेज का तार, 60 एकड़ के लिए 12 गेज का तार फेंन्सिंग के लिए उपयुक्त है। अत: मोटे तार का प्रयोग करना सही रहता है। साथ ही खंभे के लिए पेड़ की खंभा, लकड़ी, सीमेंट किसी भी चीज का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन तार और खंभे के बीच इन्स्युलेटर का उपयोग करना चाहिए जिससे बेहतर परिणाम देखने को मिलते है।
विमोक्ष के इन्स्युलेटर को किसी भी आकार के खंभे में आसानी से फिट किया जा सकता है। फेंसिंग के लिए हर एक तार में स्प्रिंग में तार लगाना उचित रहता है जिससे तार तंग रहता है। फेंसिंग में तारो की संख्या जानवरों के आकार एवं उनके उपद्रव की स्थिति पर निर्भर करती है। ज्यादा तार होने की स्थिति में एक पावर वाला तार व एक अर्थिंग वाला तार ऐसा क्रम रखना चाहिए। यदि हर एक तार में पावर रखते हैं तो जमीन में अर्थिंग उचित होनी चाहिए। अर्थिंग के लिए अथवा छांव वाली जमीन का चयन करना चाहिए। कांटेदार तार में करंट नहीं रखना चाहिए ताकि प्राणी क्षतिग्रस्त न हो।
इस बीच ठेसिया द्वारा निर्मित इस मशीन का उपयोग कुछ किसान कर रहें हैं, किसानों के अनुसार इस मशीन का प्रयोग करने से गेहूं, मक्का व चना की खेती में फसल को बचाने में काफी मदद मिली है जबकि पहले पशुओं से फसल नुकसान के चलते कई बार लागत बचाने में भी मुश्किल होती थी। किसानों ने बताया कटीले तारों को लगाने में आने वाले लाखों रुपए के खर्चे में भी कमी आई है। यह मशीन अन्य समाधानों के मुकाबले काफी किफायती है।
मशीन से सम्बंधित जानकारी के लिए संपर्क करें:
पंकज ठेसिया (9375555883)