भारत एक कृषि प्रधान देश है. हमारी सर्वाधिक आबादी कृषि पर आश्रित है, लेकिन कोरोना जैसे चुनौतिपूर्ण काल में सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना किसानों को ही करना पड़ रहा है. ऐसे में जिस तरह की पहल किसानों के लिए ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनी ‘महिंद्रा एडं महिंद्रा’ ने की है. वो यकीनन काबिल-ए-तारीफ है. किसानों के लिए मंहिद्रा द्वारा उठाए गए इस कदम को सराहनीय बताया जा रहा है.
दरअसल, महिंद्रा एडं महिंद्रा कंपनी ने मुश्किल की इस घड़ी में किसानों के लिए ‘एम प्रोटेक्ट कोविड प्लान’ की शुरूआत की है. कोरोना के कहर के दौरान किसानों के लिए कंपनी द्वारा शुरू की गई यह पहल किसी जीवनदान से कम नहीं है. इस कोविड प्लान के तहत कंपनी अपने ग्राहकों को कई तरह की हितकारी सुविधाएं प्रदान कर रही है. कंपनी के मुताबिक, उसके द्वारा शुरू की गई यह पहल ग्राहकोन्मुखी है. यकीनन, इस बात में कोई दोराय नहीं है कि कंपनी अपने इस कदम से नए ग्राहकों को बेहद ही सहजता से अपनी ओर आकृष्ट कर पाएंगी. चलिए, अब हम आपको बताते हैं कि कंपनी अपनी इस महत्वाकांक्षी पहल की मदद से किसानों भाइयों को आपदा के समय में किस तरह की सुविधाएं प्रदान करने जा रही है.
कंपनी अपने ग्राहकों को दे रही इस तरह की सुविधाएं
मुश्किल की इस घड़ी में अगर कंपनी का कोई भी ग्राहक कोरोना संक्रमित हो जाता है, तो उसे ‘मेडिक्लेम पॉलिसी’ के तहत 1 लाख रूपए प्रदान किए जाएंगे, ताकि होम क्वारंटाइन के दौरान उसे आर्थिक समस्याओं से न जूझना पड़े. आमतौर पर कोरोना काल में लोग आर्थिक समस्याओं से जूझते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में कंपनी द्वारा शुरू की गई यह पहल यकीनन काबिल-ए-तारीफ है. वहीं, कंपनी ‘महिंद्रा लोन सुरक्षा’ के तहत अपने ग्राहकों के अप्रत्याशित मृत्यु होने पर महिंद्रा फाइनेंस से लिए ऋण को माफ करने की सुविधा प्रदान की जाती है.
कंपनी के बारे में प्रतिक्रिया वक्त करते हुए, एम एंड एम लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेसिडेंट, हेमंत सिक्का ने कहा, ''महिंद्रा में हम अपने ग्राहकों और समुदाय की बेहद परवाह करते हैं और कोविड से संबंधित चुनौतियों को दूर करने के लिए सबसे जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए हमने कई पहल की है. हमारा नया 'एम-प्रोटेक्ट कोविड प्लान' उस दिशा में किसानों को लक्षित एक नई पहल है, क्योंकि हम इस कठिन समय में भी सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उनके साथ खड़े हैं. एम-प्रोटेक्ट के साथ हमें एक कोविड संबंधित घटना के प्रभाव को कम करने के लिए उनकी सेवा और समर्थन करने का सौभाग्य मिला है. एम-प्रोटेक्ट के साथ हम आशा करते हैं कि हमारे किसान स्वस्थ जीवन जीते रहेंगे.”
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म डिविजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शुभब्रत साहा ने कहा, '' मई और जून किसान समुदाय की आजीविका के लिए महत्वपूर्ण महीने हैं और कोविड-19 कई चुनौतियां लेकर आया है. हमारी नई एम-प्रोटेक्ट कोविड योजना का उद्देश्य किसानों की चिंताओं को कम करना है क्योंकि हम इन महत्वपूर्ण कृषि संबंधी महीनों में उनका समर्थन करते हैं. एम-प्रोटेक्ट के माध्यम से हम इन चुनौतीपूर्ण समय के दौरान किसान को राहत देने के लिए स्वास्थ्य, वित्तीय और ऋण माफी से संबंधित सुरक्षा प्रदान करेंगे, उनकी और उनके परिवारों की सुरक्षा करेंगे. मैं अपने चैनल भागीदारों को हमारे किसान ग्राहकों को दिए गए अपार समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा. ''
3 दशकों से अधिक समय से, महिंद्रा भारत का निर्विवाद रूप से नंबर 1 ट्रैक्टर ब्रांड रहा है और वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर निर्माता है. 50 से अधिक देशों में उपस्थिति के साथ, महिंद्रा ने डेमिंग अवार्ड और जापानी क्वालिटी मेडल दोनों जीतने वाले दुनिया के एकमात्र ट्रैक्टर ब्रांड के रूप में अपनी गुणवत्ता का लाभ उठाया है. मार्च 2019 में, महिंद्रा 3 मिलियन ट्रैक्टरों को रोल आउट करने वाला पहला भारतीय ट्रैक्टर ब्रांड बन गया.
पीढ़ी-दर-पीढ़ी किसानों के साथ काम करने के बाद, महिंद्रा ट्रैक्टर अपने असाधारण निर्माण और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। 11.20 kW से 55.9 kW (15 HP से 75 HP) तक की रेंज वाले Mahindra के उच्च गुणवत्ता, कठिन और टिकाऊ ट्रैक्टरों में तकनीकी रूप से उन्नत नोवो, युवो, जिवो रेंज और बढ़ी हुई उत्पादकता और कमाई के लिए 4x4 रेंज शामिल हैं.
महिंद्रा के विषय में
महिन्द्रा समूह 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाला कंपनियों का संघ है, जो नये-नये मोबिलिटी समाधानों के जरिए और ग्रामीण समृद्धि, शहरी रहन-सहन को बढ़ाते हुए, नये व्यवसायों को प्रोत्साहन देकर और समुदायों की सहायता के जरिए लोगों को राइज अर्थात़ उत्थान करने में सक्षम बनाता है। इसका ट्रैक्टर, उपयोगिता वाहन, सूचना प्रौद्योगिकी और वैकेशन ओनरशिप में अग्रणी स्थान है और यह वॉल्युम की दृष्टि से दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है. कृषि-व्यवसाय, एयरोस्पेस, कल-पुर्जे, परामर्श सेवाओं, प्रतिरक्षा, ऊर्जा, औद्योगिक सेवाओं, लॉजिस्टिक्स, जमीन-जायदाद, खुदरा, इस्पात और दोपहिये उद्योगों में महिन्द्रा की महत्वपूर्ण मौजूदगी है. इसका मुख्यालय भारत में है। 100 से अधिक देशों में, महिन्द्रा के 2,56,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं.