20.7 बिलियन डॉलर के महिंद्रा ग्रुप के हिस्से महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड की सहायक कंपनी महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड ने हाल में नासिक में अंगूर के निर्यात में बेहतरीन उत्पादकता और गुणवत्ता मानकों को स्थापित करने की मिसाल कायम करने वाले 11 किसानों को सम्मानित किया है. किसानों को कैपस्पैन ग्लोबल प्रोक्योरमेंट के हेड श्री ज्यॉफ ग्रीन, ओरिजिनल फ्रूट डायरेक्ट के एमडी श्री मिकॉर्ने वैन डे क्लंडटर, महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री अशोक शर्मा, दक्षिण अफ्रीका के एग्रोनॉमिस्ट कोबस बोथमा और टीम महिंद्रा के वरिष्ठ प्रबंधन से जुड़े साथियों ने सम्मानित किया. इन किसानों ने अपने प्रयासों से यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि महिंद्रा के उत्पाद यूरोपीय संघ के देशों और यूनाइटेड किंगडम के कड़े खाद्य सुरक्षा मानदंडों का पालन करने वाले हों. इन किसानों ने कनाडा, मलेशिया और चीन जैसे नए बाजारों में उच्चतम गुणवत्ता वाले मानक अंगूर की आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए विदेशी देशों में भारत की गुडविल और ब्रांड छवि को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दिया है. समारोह में लगभग 1,200 किसान, महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड के साथ अपने लंबे जुड़ाव का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए और सम्मानित होने वाले अपने उन किसान भाइयों के लिए तालियां बजाईं, जिन्होंने यूरोपीय संघ के गंतव्यों में उच्च मात्रा के निर्यात के साथ उत्पाद की गुणवत्ता में भी उच्च स्तर हासिल किया है. महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ अशोक शर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, ‘एमएएसएल के अंतर्गत हम महाराष्ट्र में लगभग 1,000 किसानों के साथ काम कर रहे हैं जो खेती में उत्पादकता और अंगूर की गुणवत्ता में सुधार के लिए समर्पित हैं. हम खेती के नए युग एग्रीकल्चर 3.0 के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें संपूर्ण कृषि-पारिस्थितिकी तंत्र को उन्नत करने के लिए नई और उन्नत तकनीकों की एक श्रृंखला है. इसमें उन अवसरों को लक्षित किया गया है जो किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभप्रद हैं. हम ऐसे भाईचारे के साथ खेती-किसानी की बिरादरी को प्रेरित करते रहेंगे.’ महिंद्रा ने गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार के लिए मिट्टी और जल प्रबंधन पर काम करने के लिहाज से एक दक्षिण अफ्रीकी सलाहकार के साथ समझौता किया है. कंपनी ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक नई अत्याधुनिक पैकहाउस सुविधा भी शुरू की है जो फसल के बाद अंगूर के प्रबंधन में कुशल है. इसके तहत ग्राहक तक पहुंचने तक अंगूरों की गुणवत्ता बनाए रखी जाती है. इसके अलावा, कंपनी की प्रमुख कृषि पहल ‘खेत से खलिहान तक’ (केएसकेटी) के माध्यम से किसानों को पिछले चार वर्षों में लगभग 36 फीसदी तक उत्पादकता बढ़ाने में मदद की है.
उत्पादकता में सुधार और अंगूर की गुणवत्ता के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करके किसानों तक पहुंचना और उनकी परेशानियों को हल करने में सफलता ही इस उद्योग में एमएएसएल का उद्देश्य है. व्यापार से जुड़े लोगों को मजबूत बनाने और निर्यात योग्य अंगूर की पैदावार में सुधार के लिए एमएएसएल ने ‘खेत से खलिहान तक’ (केएसकेटी) की पहल की है, जो उर्वरकों, कीटनाशकों आदि में विभिन्न रसायनों पर नजर रखते हुए नियामकीय प्रथाओं के अनुपालन को सुनिश्चित करती है. इस पहल से न केवल किसानों को अपनी उत्पादकता में सुधार करने में मदद मिली है बल्कि यूरोपीय खाद्य सुरक्षा मानकों को पूरा करने में भी मदद मिली है.
पुरस्कारों की श्रेणियां :
मीट्रिक टन मात्रा श्रेणी
प्रथम पुरस्कार - श्रीशिवजी मुरलीधर भालेराव
द्वितीय पुरस्कार- श्री शैलेश अशोक शेटे
तृतीय पुरस्कार - श्री चंद्रभान गोपाल भालेराव
उत्पादकता मीट्रिक टन /एकड़
प्रथम पुरस्कार- श्री भाऊसाहेब जयराम देर्ले
द्वितीय पुरस्कार- श्री कृष्णराव दन्यानदेव मंजरे
एमआरएल और खाद्य सुरक्षा
प्रथम पुरस्कार - श्री सोमनाथ नारायण अहेर
द्वितीय पुरस्कार- श्री किरण शिवाजी राजोले
प्रीमियम क्वालिटी
प्रथम पुरस्कार - श्री महेश सुरेश गाडे
द्वितीय पुरस्कार - श्री निवृत्ति बाबूराव दोखले
तृतीय पुरस्कार - श्री दिनकर नारायण पुरकर
स्पेशल अवॉर्ड सेवा प्रदाता-
श्री चंद्रभान गोपाल भालेराव
महिंद्रा एग्री सॉल्यूशन्स लिमिटेड
फार्मटेक समृद्धि को वितरित करने की अपनी दृष्टि से महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड खेती प्रौद्योगिकियों और कृषि में नवीनतम प्रगति के साथ अपने उत्पाद, गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार के लिए किसानों के साथ मिलकर संपर्क करती है. यह किसानों को उनकी गुणवत्ता वाले उत्पादन के लिए बेहतर रिटर्न देने के लिए बाजार से जोडने और उनके जीवन में सुधार लाने में मदद करता है. अपने व्यापक इनपुट पोर्टफोलियो जैसे बीज, फसल की देखभाल, सूक्ष्म सिंचाई सेवाएं इत्यादि के लिए समिद्ध आउटलेट्स के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले सलाहकारों द्वारा समर्थित सलाह के कारण महिंद्रा एग्री बिजनैस ने वर्षों से उत्पादकता बढ़ाने में भारतीय किसानों की मदद की है. इसी समय, महिंद्रा एग्री बिजनैस में एक मजबूत आउटपुट व्यवसाय होता है, जो फलों और सब्जियों, दलहन, खाद्य तेल और डेयरी से मिलकर बनता है. जहां किसानों के साथ फिर से घनिष्ठ संबंध कायम करते हुए उन उत्पादों को प्रदान करने की अनुमति देते हैं जो गुणवत्ता और शुद्धता के लिए खड़े हैं.
पिछले 6 वर्षों में 12 गुना बढने के बाद, महिंद्रा एग्री बिजनैस भारत के सबसे बड़े अंगूर निर्यातकों में से एक बन गया है, इसने अपने प्रीमियम ताजे फल और डेयरी ब्रांड सबोरो का शुभारंभ किया है, और कृषि मूल्य श्रृंखला में ‘फार्म टू फोर्क’ उपस्थिति दर्ज की है.
इसने ‘न्यूप्रो’ के साथ ब्रांडेड दालों और तेलों के क्षेत्र में भी प्रवेश किया है जो, महिंद्रा क्वालिटी स्टेंडर्ड द्वारा समर्थित उच्चतम गुणवत्ता का वादा करता है. यह अग्रणी महिंद्रा समृद्धि इंडिया कृषि पुरस्कार भी आयोजित करता है, जिसने अपना सातवां संस्करण मनाया है और जिसमें अब तक 3,00,000 कृषि नवाचारों और सफलता की कहानियां शामिल की जा चुकी हैं.
महिंद्रा: एक परिचय
महिंद्रा ग्रुप 20.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कंपनियों का एक फेडरेशन है जो लोगों को नवीन गतिशीलता समाधानों के माध्यम से आगे बढने, ग्रामीण समृद्धि में वृद्धि करने, शहरी जीवन का विस्तार करने, नए व्यवसायों को बढ़ावा देने और समुदायों को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है. उपयोगिता वाहनों, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं और भारत में अवकाश स्वामित्व के क्षेत्र में यह एक अग्रणी स्थिति में है. वॉल्यूम के लिहाज से इसकी दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है. कृषि व्यवसाय, घटकों, वाणिज्यिक वाहनों, परामर्श सेवाओं, ऊर्जा, औद्योगिक उपकरण, रसद, रियल एस्टेट, स्टील, एयरोस्पेस, रक्षा और दो पहिया वाहनों में भी इसकी एक मजबूत उपस्थिति दर्ज की जाती है. भारत में मुख्यालय वाले महिंद्रा ग्रुप में 100 देशों में 2,40,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं.
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