अगर आप कोई गाड़ी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए साल के अंत में दिसम्बर का महीना उत्तम है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि नए साल से सभी गाड़ीयों के दाम बढ़ने वाले हैं. जी हां, मारुति और महिंद्रा के बाद अब जापान की वाहन निर्माता कंपनी होंडा ने भी नए साल के बाद अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाने का फैसला ले लिया है.
इसलिए लिया गया फैसला
इस बारे में मीडिया को दिए एक बयान में होंडा ने कहा है कि जनवरी 2021 के आते ही सभी मॉडलों की कीमतों में कुछ बदलाव किए जाएंगें. कंपनी ने ये फैसला कोरोना काल में हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए किया है. ध्यान रहे कि होंडा से पहले मारुति भी अपने सभी वाहनों के दाम बढ़ा चुकी है.
क्यों बढ़ रही है कीमतें
मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले कुछ 8-10महीनों से लगातार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री घाटे में चल रही है, इसके अलावा अभी हाल ही में कार निर्माण में उपयोग होने वाले कच्चे माल की कीमत भी बढ़ी है. कच्चे माल की कीमतों के बढ़ जाने से कार निर्माता कंपनियां दाम बढ़ाने पर मजबूर है.
जनवरी में होगी नई कीमतों की घोषणा
फिलहाल होंडा किन गाड़ियों की कीमतों में कितना इजाफा करेगी, इस बारे में कुछ पता नहीं लग सका है. लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कीमतों की नई सूची जनवरी माह में घोषित की जाएगी. इस बारे में होंडा ने अपने सभी डीलर्स को सूचित कर दिया है.
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में होंडा का योगदान
ध्यान रहे कि होंडा कंपनी दो पहिया वाहनों से लेकर कार और महंगी एसयूवी तक का निर्माण करती है. फिलहाल माना जा रहा है कि सबसे अधिक कीमते एसयूवी मॉडल के गाड़ियों की बढ़ेगी. दो पहिया वाहनों के कीमतों को मध्य वर्ग को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया जाएगा.
ग्रामीण भारत पर प्रभाव
गौरतलब है कि ग्रामीण महिलाओं के बीच होंडा की एक्टिवा स्कूटर बहुत पसंद की जाती है. इस स्कूटर पर कंपनी ने न्यू जेनरेशन के तहत महत्वपूर्ण बदलाव किए थे, जिसके बाद महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी ये लोकप्रिय हुआ है. एक्टिवा 6जी, जो 15 जनवरी 2020 को ही लॉन्च हुआ था, उसका बहुत बड़ा मार्केट ग्रामीण भारत में है.
इसके अलावा भारत में अभी कुछ समय पहले होंडा लॉन्च हुए यूनिकॉर्न बीएस6 (Honda Unicorn BS6) को भी ग्रामीण तबके में बहुत लोकप्रियता मिली. इस स्पेशल फीचर्स वाले बाइक की कीमत तो 955 रुपए हाल-फिलहाल में ही बढ़ाई गई थी.
विकल्प की तरफ शिफ्ट हो सकते हैं लोग
होंडा की एसयूवी गाड़ियों को भी ग्रामीण भारत में खूब प्यार मिला है. पथरीले और उबड़-खाबड़ कच्चे रास्तों पर चलने में इन गाड़ियों का जवाब नहीं. लेकिन अब नए साल से कीमतों में वृद्धी होगी, ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि लोग वैकल्पिक गाड़ियों (Substitute vehicle ) की तरफ शिफ्ट करेंगें.