डेफएक्सपो 2022 में हाल ही में हुए चेन्नई स्थित गरुड़ एयरोस्पेस ने वन स्टील्थ ड्रोन का प्रदर्शन किया, जो HAL द्वारा विकसित PTAE-7, 3.43 kN सिंगल स्पूल टर्बोजेट इंजन द्वारा संचालित है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह लॉकहीड मार्टिन कनाडा सीडीएल सिस्टम्स कार्यक्रम के लिए उन्नत अनक्ड एरियल सिस्टम (USA) सॉफ्टवेयर के लिए भी अच्छा साबित होगा.
इस सिलसिले में idrw.org को बताया गया है कि वज्र की गति का आधार पर 5-6 घंटे तक का होगा. इसके अलावा यह अपने आंतरिक हथियारों के वजन से यानी की छोटे ड्रोन-लॉन्च किए गए गोला बारूद को सरलता से कहीं भी ले जा सकता है. ये ही नहीं गरुड़ एयरोस्पेस का दावा है कि सभी तकनीक को इन-हाउस विकसित किया जाएगा और साथ ही भविष्य में एक कार्यशील प्रोटोटाइप भी तैयार किया जाएगा.
भारत का उच्च कुशल जेट इंजन संचालित सामरिक ड्रोन जो पूरी तरह से मेड इन इंडिया है. गरुड़ का वज्र भारत में बना सबसे उन्नत रक्षा ड्रोन में से एक माना जाता है. तो आइए इस ड्रोन के बारे में जानते हैं.
वज्र ड्रोन की खासियत (Features of Vajra Drone)
इस ड्रोन की रेंज 160 किमी तक है. जिसमें उच्च गुणवत्ता वाला HD कैमरा, छवियां और लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग, दिन-रात के लिए थर्मल कैमरा, एंटी रडार नेविगेशन और जमीनी संचार के बिना अपने कार्य में सक्षम आदि विशेषताएं हैं.
इंजन की क्षमता: निर्माता, Hal, Thrust: 24 किलो
ईंधन की खपत: 90 किलो प्रति मिनट
क्रूज स्पीड: 30M/s
Payload Capacity: 5 किलो
लीडर कैमरा (Lidar Camera): घने जंगल, पर्वतीय क्षेत्र आदि स्थान को सही से कवर करता है.
Software : CDL लॉकहीड मार्टिन, पांच मिशन उद्देश्य, ईंधन भरने के लिए सिर्फ 3 स्टॉप और 16 घंटे में भारत की यात्रा करने में पूर्णतः सक्षम है.