दिल्ली-हरियाणा और बिहार समेत इन 11 राज्यों में आंधी-बारिश की संभावना, पढ़ें IMD की लेटेस्ट रिपोर्ट! GFBN Story: छत्तीसगढ़ के 'हर्बल किंग' हैं डॉ. राजाराम त्रिपाठी, सालाना टर्नओवर 70 करोड़ रुपये! PM Kisan Update: जून में आ सकती है 20वीं किस्त, लाभार्थी तुरंत निपटाएं ये जरूरी काम किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 22 December, 2022 4:18 PM IST
नवीनतम कृषि तकनीकों की दी गई ट्रेनिंग

भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने हिसार के ज़िला भिवानी अंतर्गत तहसील सिवानी के खेड़ा और रूपाना गांवों में दो किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए। इस कार्यक्रम में आसपास के गांवों के 370 से अधिक किसानों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के दौरान कृषि विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप चहल (कृषि वैज्ञानिक- एक्सटेंशन), हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं डॉ. रघुबीर सिंह (ब्लॉक कृषि अधिकारी) ने किसानों को गेहूं की फसल की खेती के लिए आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया. कार्यक्रम में टिकाऊ कृषि और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर ज़ोर दिया गया.

जापान की मित्सुई एंड कं. लिमिटेड की ग्रुप कम्पनी भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने सिवानी तहसील में 5 गांवों को गोद लिया है और सतत कृषि, मृदा स्वास्थ्य, सार्वजनिक सुरक्षा और सामुदायिक स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में कई गतिविधियां शुरू की हैं.

कंपनी गांवों में मुफ़्त मिट्टी परीक्षण की सुविधा प्रदान करती है और किसानों को आधुनिक कृषि के लिए प्रशिक्षित करती है, प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन इसी पहल का एक हिस्सा है.प्रशिक्षण के अलावा, कंपनी किसानों के खेतों में कृषि तकनीकों के प्रदर्शन के लिए व्यावहारिक बीज देती है। इस दौरान खरीफ फ़सल के लाभार्थी किसानों ने भी अपने अनुभव साझा किए और अपने साथी किसानों को इन पद्धतियों को अपनाने की सलाह दी. इस दौरान गोद लिए गए सभी गांवों के सरपंच भी शामिल हुए. उन्होंने किसानों को गेहूं की फसल की उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा दी गई सलाह का पालन करने की सलाह दी.

इन दोनों कार्यक्रमों को श्री स्वप्निल सिंह, सहायक विपणन प्रबंधक और श्री अनुज कुमार, टेरिटरी इंचार्ज, हिसार, भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने संबोधित किया.

English Summary: Farmers trained in latest techniques of Agriculture by Bharat Certis Agriscience limited
Published on: 22 December 2022, 04:27 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now