Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 February, 2019 4:19 PM IST

देश में 1 अक्टूबर से ही कपड़ा मंत्रालय नए सीजन की कपास की खरीदारी शुरू कर देता है. खबरों के मुताबिक देश के लगभग सभी मंडीयों में 1 लाख 80 हजार गांठ (1 गांठ मतलब 170 किलोग्राम) कपास की खरीददारी की जा चुकी है. इसके अलावा एक दिन की देश में खरीदारी की बात करें तो प्रतिदिन लगभग 1.50 से 1.60 गांठ कपास की खरीददारी हो रही है.

यह भी पढ़ें - खुशखबरी ! सरकार देगी प्याज किसानों को मुआवजा

स्पिनमिलों तथा छोटे यूनिटों की बात करें तो रोजाना कपास के 85000 गांठो की खपत प्रतिदिन है. बसंत लाल बनारसी दास लिमिटेड मुंबई के डाइरेक्टर का कहना है कि इस बार लगभग 20 लाख कपास की गाठों के निर्यात में कमी आएगी जबकि भारत पिछले साल के मुकाबले में कपास का आयत भारत 8-9 लाख गांठो का अधिक करेगा. देश में इस साल यानि 2018-19 में कपास का उत्पादन कम होकर 3.30 करोड़ गांठ तक होने के कयास लगाए जा रहे है.

अगर वहीं दक्षिण के राज्यों की बात करें तो कॉटन एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष अतुल.एस.गणात्रा बताते हैं कि कर्नाटक,आन्ध्र प्रदेश में भी इस बार कपास के उत्पादन में कमी देखने को मिली है. इससे पहले के सालों में तेलंगाना और आंध्रा प्रदेश में क्रमशः 2.50 ओर 50 हजार गांठ का उत्पादन हुआ था.

यह भी पढें- प्याज की इस हाई-टेक प्रक्रिया से 75 प्रतिशत बढ़ेगी खेती

गणात्रा के मुताबिक देश के सबसे ज्यादा कपास उत्पादित करने वाला राज्य गुजरात में भी इस साल पिछले साल की तुलना में 18 फीसद कपास कम हुआ है. चालू सीजन 2018-19  में गुजरात में 83.50 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान है। जबकि पिछले साल 2017-18  में कपास का उत्पादन 101. 80  लाख गांठ रुई का उत्पादन हुआ था .

English Summary: This crop of losses made for farmers
Published on: 16 February 2019, 04:26 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now