इस बार खरीफ सीजन के दौरान 11 प्रमुख फसलों में से सिर्फ 5 को ही बेहतर दाम मिले हैं. इन 5 फसलों की मंडी कीमतें उनके संबंधित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊपर दर्ज की गई हैं. जबकि सोयाबीन और मूंगफली की कीमतें बेंचमार्क दरों के बराबर रही हैं. वहीं, मूंग, मक्का, रागी और बाजरा के दाम इनके MSP से नीचे दर्ज किए गए हैं. जिससे कई किसानों को घाटा हुआ है. हालांकि, कुछ राज्यों में सरकार के हस्तक्षेप के बाद किसानों को राहत भी मिली है.
हर राज्य में अलग-अगल है दाम
बिजनेस लाइन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्वार, तुअर, कपास, उड़द, और धान (गैर-बासमती) की अखिल भारतीय औसत कीमतें उनके एमएसपी से 5 से 38 प्रतिशत ज्यादा हैं. वहीं, अगर धान (गैर-बासमती) की बात करें तो इसे भी MSP से ऊपर दाम मिल रहे हैं. ये दाम राज्यों और किस्मों के आधार पर अलग-अलग है. अखिल भारतीय औसत दर से पता चलता है कि किसानों को घान के 2,291 रुपये/क्विंटल प्राप्त हुए हैं, जो इसके एमएसपी 2,183 रुपये/क्विंटल से 5 प्रतिशत अधिक है.
एक आधिकारिक सूत्र ने बिजनेस लाइन को बताया, "देशभर की कीमतों में मिश्रित प्रवृत्ति है, और सभी वास्तविक मांग-आपूर्ति स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, अखिल भारतीय स्तर के साथ-साथ राजस्थान में भी मूंग की कीमतें एमएसपी से नीचे दिख रही हैं, जो सरकारी हस्तक्षेप के कारण अधिक है.क्योंकि इसका उत्पादन गिर गया है. इसी तरह, कर्नाटक में मक्के की कीमतें एमएसपी से अधिक हैं, लेकिन पूरे भारत में वे कम दिख रही हैं, जो अन्य राज्यों में कम गुणवत्ता के कारण हो सकता है."
विशेषज्ञों की मानें तो फसलों की कीमतें एमएसपी से ऊपर रहने की अधिक संभावना है क्योंकि सरकारी अनुमान के अनुसार उत्पादन में गिरावट देखी गई है, जबकि पिछले वर्षों की तुलना में शायद ही कोई बफर है, सिवाय इसके कि जहां सरकार ने हस्तक्षेप किया है.
तुअर-उड़द को अच्छे मिल दाम
एगमार्कनेट पोर्टल द्वारा रखे गए आंकड़ों के अनुसार, खरीफ फसलों में उत्तर प्रदेश में तुअर की कीमतें औसतन ₹9,410/क्विंटल थीं, जबकि एमएसपी ₹7,000/क्विंटल थी, जो अक्टूबर-नवंबर के दौरान 34 प्रतिशत अधिक थी.लेकिन अखिल भारतीय औसत मंडी मूल्य ₹9,665/क्विंटल से भी अधिक था. महाराष्ट्र में ज्वार की कीमतें एमएसपी ₹3,180/क्विंटल के मुकाबले औसतन ₹4,607/क्विंटल थीं, जो 45 प्रतिशत अधिक है. जबकि अखिल भारतीय औसत दर ₹3,737/क्विंटल थी. इसी तरह राजस्थान में किसानों ने उड़द ₹7,978/क्विंटल पर बेची, जो एमएसपी ₹6,950/क्विंटल से 15 प्रतिशत अधिक है. लेकिन उड़द का अखिल भारतीय औसत ₹7,474/क्विंटल था क्योंकि राजस्थान की तुलना में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में दरें कम थीं.
मक्का-बाजरा की कीमतें MSP से नीचे
आंकड़ों से पता चलता है कि मंडी में कपास (मध्यम) की दरें ₹6,620 के एमएसपी के मुकाबले ₹6,961/क्विंटल थीं, जबकि गुजरात में कीमत ₹7,019/क्विंटल थी. दूसरी ओर, अखिल भारतीय औसत मक्के की कीमत एमएसपी से 7 प्रतिशत कम ₹1,951/क्विंटल दर्ज की गई, जिसका मुख्य कारण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में कम दरें थीं. इसी तरह अक्टूबर-नवंबर के दौरान मूंग की कीमतें ₹7,806/क्विंटल पूरे भारत में एमएसपी ₹8,558/क्विंटल से 9 प्रतिशत कम और राजस्थान में एमएसपी से 14 प्रतिशत कम थीं.
राजस्थान के किसानों को भी ₹2,500/क्विंटल के एमएसपी से 16 प्रतिशत कम प्राप्त हुआ, हालांकि अखिल भारतीय औसत बेंचमार्क मूल्य से 12 प्रतिशत कम था. रागी का मंडी मूल्य ₹3,213/क्विंटल बताया गया, जो इसके एमएसपी ₹3,846/क्विंटल से 17 प्रतिशत कम है. अक्टूबर-नवंबर के दौरान मूंग की कीमतें ₹7,806/क्विंटल पूरे भारत में एमएसपी ₹8,558/क्विंटल से 9 प्रतिशत कम और राजस्थान में एमएसपी से 14 प्रतिशत कम थीं. राजस्थान के किसानों को भी ₹2,500/क्विंटल के एमएसपी से 16 प्रतिशत कम प्राप्त हुआ, हालांकि अखिल भारतीय औसत बेंचमार्क मूल्य से 12 प्रतिशत कम था। रागी का मंडी मूल्य ₹3,213/क्विंटल बताया गया, जो इसके एमएसपी ₹3,846/क्विंटल से 17 प्रतिशत कम है. कृषि मंत्रालय ने अनुमान लगाया है कि 2023 में ख़रीफ़ खाद्यान्न उत्पादन कुल 148.57 मिलियन टन (एमटी) होगा, जो एक साल पहले की तुलना में 4.6 प्रतिशत कम है।