Onion Price: आम जनता को एक बार फिर महंगाई का झटका लग सकता है. प्याज का उत्पादन कम होने के चलते कीमतों में बढ़ोतरी के आसार हैं. पिछले साल भी प्याज की कीमतें 200 रुपये प्रति किलो के पार चली गई है. वहीं, अब एक फिर प्याज की कीमतें आसमान छू सकती है. दरअसल, प्याज उत्पादन के नए आंकड़ों पर गौर करें तो आने वाले दिनों में फिर प्याज की कीमतें बढ़ सकती हैं. इससे एक ओर जहां आम जनता पर मंहगाई की मार पड़ेगी. वहीं, प्याज उत्पादक किसानों के लिए ये अच्छी खबर है. किसानों की उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में प्याज के दाम में तेजी आएगी. रबी सीजन का प्याज भी अब मंडियों में दस्तक देने को है. ऐसे में किसान इस बार अच्छी कमाई की उम्मीद कर रहे हैं.
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक साल में प्याज का उत्पादन करीब 47 लाख टन कम होने का अनुमान है. वहीं, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की बड़ी गिरावट के साथ, दाम अवश्यम्भावी रूप से बढ़ेंगे और उससे किसानों को फायदा होगा. विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल कम दाम मिलने से किसान काफी निराश थे. जिस वजह से कई किसानों ने प्याज की खेती कम कर दी थी. यही वजह है कि इस बार प्याज का उत्पादन काफी घट गया है. इसके अलावा, बेमौसमी बारिश के चलते भी प्याज की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है. कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि से प्याज की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इस वजह से भी इस बार प्याज का उत्पादन कम होने के आसार है.
इस साल कितना होगा उत्पादन?
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल प्याज का उत्पादन 302.08 लाख टन था,जिसे वर्ष 2023-24 में घटकर 254.73 लाख टन रहने का अनुमान है. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 34.31 लाख टन उत्पादन घटा है. इसकी वजह यह है कि किसान कई साल से प्याज का दाम बहुत कम पा रहे हैं. जब भी दाम बढ़ता है तो सरकार उसे किसी न किसी प्रतिबंध के तहत घटा देती है. इसलिए राज्य के किसानों ने नाराज होकर खेती ही बंद कर देने का ऐलान किया था. घाटे के कारण काफी किसानों ने खेती छोड़ दी थी. कहा जा रहा है कि इसके कारण उत्पादन इतना कम हो गया.
देशभर की मंडियों का हाल
केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के एगमार्कनेट पोर्टल के अनुसार, शुक्रवार (7 मार्च, 2024) को केरल की चेंगन्नूर मंडी में प्याज का सबसे अच्छा दाम मिला. जहां, प्याज 3700 रुपये/क्विंटल के भाव में बिकी. इसी तरह, त्रिपुरा की दासदा मंडी और कलसी मंडी में दाम 4000 रुपये/क्विंटल रहा. इसके अलावा, नागालैंट की जलुकी मंडी में प्याज 3500 रुपये/क्विंटल, केरल की पेरुंबवूर मंडी में 3200 रुपये/क्विंटल और कोट्टायम मंडी में 3600 रुपए/क्विंटल के भाव में बिकी. ये देश की उन मंडियों के हाल है, जहां प्याज को सबसे अच्छा दाम मिला है.
बात अगर देश की अन्य मंडियों की करें, तो वहां भी कुछ ऐसा ही हाल है. हालांकि, प्याज औसतन 1500 से 2000 रुपये रुपये/क्विंटल के भाव में बिक रहा है. एगमार्कनेट पोर्टल के अनुसार, देशभर की ज्यादातर मंडियों में प्याज की आवक दिसंबर-जनवरी के मुकाबले काफी कम हो चुकी है. इसलिए निर्यात बंदी के बावजूद किसानों को दाम बहुत खराब नहीं मिल रहा है. फिलहाल, कम आवक के चलते प्याज की कीमतों में तेजी बनी हुई है.किसान उम्मीद कर रहे हैं की आने वाले दिनों में कीमतें और बढ़ेंगी.