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सोयाबीन की ये उन्नत किस्में किसानों की बढ़ाएंगी आय, मिलेगी 40 क्विटंल/हेक्टेयर उपज

Varieties of Soybean in India: सोयाबीन की खेती से अधिक पैदावार पाने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए. इसी क्रम में आज हम देश के किसानों के लिए सोयाबीन की टॉप 5 उन्नत किस्मों की जानकारी लेकर आए हैं, जो प्रति हेक्टेयर 40 क्विंटल तक पैदावार देने में सक्षम है.

लोकेश निरवाल
सोयाबीन की उन्नत किस्मों से मिलेगा अच्छा मुनाफा
सोयाबीन की उन्नत किस्मों से मिलेगा अच्छा मुनाफा

Soybean Varieties: खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों में सोयाबीन की फसल भी शामिल है. किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सोयाबीन की खेती/ Soyabean ki kheti की अच्छी विकल्प साबित हो सकती है. क्योंकि देश-विदेश के बाजार में सोयाबीन से कई तरह के खाद्द उत्पादों को तैयार किया जाता है. जैसे कि- सोयाबीन का तेल, सोया पनीर, सोया बड़ी, सोया दूध आदि. इन सभी चीजों की बाजार में अच्छी खासी कीमत होती है. ऐसे में किसानों के लिए सोयाबीन की खेती/Soybean Cultivation मुनाफे की फसल होती है. बता दें कि  हमारे देश में सोयाबीन की खेती मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के किसानों के द्वारा सबसे अधिक की जाती है.

अगर आप सोयाबीन की खेती/ Soyabean ki kheti से अच्छी पैदावार व मोटी कमाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सोयाबीन की उन्नत किस्मों/ Soybean Varieties का चयन करना चाहिए. लेकिन आपको सोयाबीन की उन्नत किस्मों के बारे में नहीं पता हैं, तो घबराएं नहीं आज हम आपके लिए सोयाबीन की टॉप 5 उन्नत किस्मों की जानकारी लेकर आए हैं. दरअसल, जिन उन्नत किस्मों की हम बात करने जा रहे हैं. वह प्रति हेक्टेयर लगभग 40 क्विंटल तक उपज देने में सक्षम है.

सोयाबीन की टॉप 5 उन्नत किस्में/Top 5 Varieties of Soybean

सोयाबीन की फूले संगम (केडीएस 726) किस्म: सोयाबीन की यह उन्नत किस्म की खेती देश के कई राज्यों के किसानों के द्वारा की जाती है. इस किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर लगभग 40 क्विटंल तक उपज प्राप्त कर सकते हैं. किसान  फूले संगम (केडीएस 726) किस्म को अपने खेत में 15 जून से लेकर 25 जुलाई के दौरान खेती कर सकते हैं.

सोयाबीन की जेएस 2069 किस्म: सोयाबीन की यह उन्नत किस्म की खेती किसान अपने खेत में 15 से 22 जून के दौरान कर सकते हैं. सोयाबीन की जेएस 2069 किस्म से किसान प्रति एकड़ लगभग 26 क्विंटल तक उपज पा सकते हैं.

सोयाबीन की प्रताप सोया-1 (आरयूएस 5) किस्म: सोयाबीन की यह उन्नत किस्म उत्तर-पूर्व राज्यों के किसानों के द्वारा उगाई जाती है. इस उन्नत किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर लगभग 30 क्विंटल तक पैदावार पा सकते हैं. इसकी खेती जून महीने के 15 से 30 तारीख के दौरान करना उपयु्क्त होती है.

सोयाबीन की एमयूएस 81 (शक्ति) किस्म: सोयाबीन की इस किस्म की खेती मध्य  भारत के किसानो के द्वारा सबसे अधिक की जाती है. इसकी खेती के लिए जून के महीने में 15 से 30 तारीख का समय उपयुक्त माना गया है. किसान सोयाबीन की एमयूएस 81 (शक्ति) किस्म से प्रति हेक्टेयर लगभग 35 क्विंटल तक पैदावार पा सकते हैं.

ये भी पढ़ें: सोयाबीन की खेती में इन 5 बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होगा फसल को नुकसान

सोयाबीन की एमएसपीएस 1707 किस्मः सोयाबीन की यह उन्नत किस्म देश के अलग-अलग राज्यों में उगाई जाती है. खासतौर पर सोयाबीन की एमएसपीएस 1707 किस्म की खेती छत्तीसगढ़, असम, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों के द्वारा की जाती है. इसकी खेती के लिए 20 जून से 5 जुलाई तक का समय उपयुक्त माना गया है. अगर किसान इस उन्नत किस्म की खेती करते हैं, तो वह प्रति हेक्टेयर करीब 39 क्विंटल तक उपज पा सकते हैं.

English Summary: top 4 Varieties of Soybean in India Soyabean ki kheti Published on: 18 May 2024, 12:57 PM IST

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