हेक्सास्टॉप
हेक्सास्टॉप रोगों को नियंत्रित करने में तथा उनका उपचार करने में सहायक होने के अलावा, पौधों में फुफंदी की बीमारियों को नियंत्रित करने में भी काफी प्रभावी है। वही, यह मानव, पक्षी व स्तनधारी तीनों जीवों के लिए सुरक्षित है।
मुख्य विशेषताएं:
- यह कई रोगों को नियंत्रितन करता है।
- यह फफूंदनाशक जाइलेम द्वारा पौधे में संचारित होता है।
- बहु-उद्देशीय उपयोग: इसका उपयोग बीज उपचार, पौधे में स्प्रे और जड़ो की ड्रेंचिंग में किया जाता है।
- यह रोगों को नियंत्रित करने में तथा उनका उपचार करने में सहायक है।
- यह सल्फर परमाणु के कारण फाइटोटॉनिक प्रभाव (हरेभरे पौंधे) दिखाता है।
- यह कई फफूंदजनक रोगों को नियंत्रित करने में काफी प्रभावी होने के साथ ही, कुछ चुनिंदा रोगजनकों के लिए विशेष प्रबंधन का कार्य करता है।
- यह मनुष्यों, पक्षियों और स्तनधारियों के लिए सुरक्षित है। (ग्रीन ट्रायंगल)
श्रेणी: यह बेंज़िमिडाज़ोल समूह का फफूंदनाशी है।
कार्यशैली: यह एक प्रणालीगत (सिस्टमिक) फफूंदनाशी है।
अनुकूलता : यह क्षारीय सामाग्रियों के साथ प्रतिकूल रहता है।
वानस्पतिक विषाक्तता: अनुशंसित मात्रा में उपयोग किए जाने पर कोई वानस्पतिक विषाक्तता नहीं|
उपलब्धता: हेक्सास्टॉप की बाज़ार में उपलब्धता 6 वर्गों के मात्रा में जैसे- 50g, 100 g, 250 g, 500g, 1 kg और 5 kg के पैकेट में है।
फसल | बीमारी | मात्रा (ग्राम / एकड़) |
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पपीता | पाउडरी मिल्ड्यू | 300 ग्राम/एकड़ |
सेब | स्केब | 300 ग्राम/एकड़ |
लौकी | थ्रेक्नोज | 600 ग्राम/एकड़ |
लौकी | एंथ्रेक्नोज | 600 ग्राम/एकड़ |
अंगूर | पाउडरी मिल्ड्यू, एंथ्रेक्नोज,रतुआ रोग | 300 ग्राम/एकड़ |