अगर आप बकरी पालन करना चाहते हैं, तो यह स्टोरी आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकती है.
जमुनापारी, बरबरी, बीटल, कच्छी, गद्दी, 'द गोट ट्रस्ट', गुजरी, सोजत, करौली बकरी आदि.
अफारा, थनैला रोग, दस्त, निमोनिया आदि.
समय-समय पर बकरी को अपने नजदीकी स्वास्थ्य पशु चिकित्सा में दिखाए. उन्हें खाने में पौष्टिक आहार खाने को दे. साफ-सफाई का भी ध्यान रखें. मौसम की मार से बचाएं.
किसानों की आय में बढ़ोतरी.
आकार में छोटी व शांत स्वभाव की होती है.
यह लगभग सभी जलवायु में रह सकती है.
अन्य पशुओं की तुलना में कम खाने की मात्रा.
बकरी पालन योजना में किसान व पशुपालकों को करीब 50% तक सब्सिडी मिलती है. विभिन्न राज्यों में यह सब्सिडी अलग-अलग हो सकती हैं.
आधार कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो-4
आय प्रमाण पत्र
पैन कार्ड
जाति प्रमाण पत्र आदि
आवेदन के लिए अपने नजदीकी पशु चिकित्सक कार्यालय से संपर्क करें.