Oarfish: साउथ कैलिफोर्निया के एंसीनिटास बीच पर 6 नवंबर को लगभग 10 फीट लंबी एक रहस्यमय मृत मछली देखी गई, जिसे ‘ओरफिश’ कहा जाता है. इसके दिखने के बाद से ही स्थानीय लोगों और वैज्ञानिकों में खलबली मच गई. इस मछली को पारंपरिक रूप से एक अशुभ संकेत माना जाता है, और कई समुद्री समुदाय इसे प्राकृतिक आपदाओं, जैसे भूकंप और सुनामी का पूर्व संकेत मानते हैं. इस दुर्लभ मछली को सबसे पहले सिप्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी की पीएचडी उम्मीदवार एलिसन लैफेरियर ने देखा. इस साल कैलिफोर्निया में तीसरी बार ओरफिश दिखने को मिली है.
क्या है ओरफिश?
ओरफिश एक गहराई में रहने वाली मछली है, जो आमतौर पर समुद्र में 200 से 1000 मीटर की गहराई में पाई जाती है. इसकी लंबाई 11 फीट से लेकर 30 फीट तक हो सकती है और इसका शरीर पतला होता है. इस डूम्सडे फिश की आंखें काफी बड़ी होती है और इसके सिर पर एक लाल रंग की हड्डी होती है. कहा जाता है कि ऐसा कई बार हुआ है जब भी कोई बड़ा भूकंप आता है तो इससे पहले इस मछली को देखा जाता है और उसके कुछ ही दिनों बाद भारी तबाही आती है.
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प्रलय के संकेत का कारण
ओरफिश के प्रलय से जुड़े होने की धारणा जापानी लोककथाओं से जुड़ी हुई है, ऐसा माना जाता है कि यह मछली भूकंप से पहले सतह पर आ जाती है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो भूकंप के दौरान समुद्र की गहराई में होने वाली हलचल या चुंबकीय परिवर्तनों के कारण ओरफिश ऊपर आ सकती है. हालांकि, इस धारणा का अभी तक कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
वैज्ञानिक इस मछली के व्यवहार पर शोध कर रहे हैं और इसके सतह पर आने के कारणों को समझने की कोशिश कर रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि समुद्री प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और अन्य पर्यावरणीय कारण भी ओरफिश के असामान्य व्यवहार का कारण हो सकते हैं.
हाल की घटनाएं
पिछले कुछ वर्षों में जापान और अन्य देशों के तटों पर कई बार ओरफिश देखी गई है. 2011 में जापान में आई विनाशकारी सुनामी से पहले भी ओरफिश को तट पर देखा गया था. ऐसे में इस बार साउथ कैलिफोर्निया में ओरफिश का दिखना स्थानीय लोगों में भय और चिंता का कारण बना हुआ है.