Mushroom Spawn: स्पॉन (बीज़) मशरूम उत्पादन की आधारशिला है. बटन मशरूम , ओयस्टर मशरूम या अधिकांश दुसरे मशरूम का स्पॉन (बीज़) तैयार करने के लिए विशेष वैज्ञानिक विधियां अपनाई जाती हैं. इसे तैयार करने के लिए एक स्वच्छ, संक्रमण-रहित वातावरण और सही विधि का पालन करना आवश्यक है. मशरूम के स्पॉन बनाने की प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया है...
1. आवश्यक सामग्री
- स्पॉन तैयार करने के लिए निम्नलिखित सामग्री और उपकरणों की आवश्यकता होती है जैसे:-
- गेहूं के दाने (या कोई अन्य अनाज)
- पोटैशियम परमैंगनेट और फॉर्मालिन (साफ-सफाई के लिए)
- मशरूम का शुद्ध कल्चर (Pure culture)
- कांच की बोतलें या प्लास्टिक बैग
- ऑटोक्लेव या प्रेशर कुकर (घरेलू स्तर पर) स्टरलाइजेशन के लिए
- लैमिनार एयर फ्लो चैम्बर (संक्रमण रहित काम करने के लिए)
- स्पिरिट लैंप
- कागज़ और रबर बैंड
2. प्रारंभिक तैयारी
गेहूं के दानों को साफ करने के बाद दानों को पानी में भिगोकर सभी गंदगी और हल्के वजन वाले दाने को हटा दें. इसके बाद इन्हें 12 घंटे तक साफ पानी में भिगोकर रखें. भिगोए हुए दानों को तब तक उबालें जब तक वे मुलायम न हो जाएं लेकिन टूटें नहीं. यह नमी सोखने के लिए किया जाता है. उबाले गए दानों को एक साफ कपड़े पर फैला दें और इन्हें सुखाएं ताकि सतह पर पानी न रहे. साफ-सफाई के लिए काम करने वाले क्षेत्र, उपकरण और बर्तन को फॉर्मालिन और पोटैशियम परमैंगनेट के घोल से साफ करें.
3. दानों का स्टरलाइजेशन
सूखे हुए दानों में चूने का पाउडर (1-2%) और जिप्सम (0.5%) मिलाएं ताकि दाने चिपकें नहीं. इन दानों को कांच की बोतलों या पॉलीबैग में भरें. बोतलों को 2/3 भाग तक भरें और ढक्कन पर कपड़ा लगाकर रबर बैंड से बांध दें.इन्हें प्रेशर कुकर या ऑटोक्लेव में 15 psi दबाव पर 1-2 घंटे तक स्टरलाइज करें.
4. शुद्ध कल्चर (Pure culture) का उपयोग
स्टरलाइज्ड दानों को ठंडा होने दें और इन्हें लैमिनार एयर फ्लो चैम्बर में ले जाएं. शुद्ध कल्चर (Pure culture) को साफ उपकरणों की मदद से इन स्टरलाइज्ड दानों में स्थानांतरित करें. बोतलों का मुंह बंद कर दें और इन्हें साफ वातावरण में रख दें.
5. स्पॉन का विकास (इनक्यूबेशन)
बोतलों को 22-25°C तापमान और 70-80% आर्द्रता वाले स्थान पर रखें. प्रकाश और हवा के सीधा संपर्क से बचाएं. मशरूम का कवकतन्तु (माइसेलियम) का फैलाव: 15-20 दिनों में माइसेलियम पूरे गेहूं के दानों पर फैलने लगता है. जब दाने पूरी तरह सफेद हो जाएं और उन पर माइसेलियम दिखाई दे तो समझे की स्पॉन उपयोग के लिए तैयार है.
6. पैकेजिंग और भंडारण
स्पॉन को छोटे बैग्स या कंटेनरों में पैक करें.इसे 4°C पर स्टोर करें. सही भंडारण में स्पॉन 2-3 महीने तक उपयोग के योग्य रहता है.
7. सावधानियां
स्पान बनाने के हर चरण में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें. उपकरण और कार्यक्षेत्र को नियमित रूप से स्टरलाइज करें.तैयार स्पॉन में किसी अन्य रंग या गंध का होना खराब गुणवत्ता का संकेत है.तापमान नियंत्रण न होने पर माइसेलियम विकास बाधित हो सकता है.
सलाह: बटन मशरूम, ओयस्टर मशरूम या अधिकांश दुसरे मशरूम का स्पॉन बनाना एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है. बिना सही ट्रेनिंग या एक्सपोर्ट के स्पान नहीं बनाना चाहिए.