हर साल 2 फरवरी को आर्द्रभूमियों को बचाकर हमारे
पर्यावरण को सुरक्षित बनाने के लिए आर्द्रभूमि दिवस के रूप में मनाया जाता है
नदियों, झीलों और तालाबों की खराब स्थिति को
देखते हुए सबसे पहले 2 फरवरी 1971 को ईरान के रामसर में वेटलैंड कन्वेंशन को अपनाया गया
था
1975 में इस कन्वेंशन को लागू किया गया
था
जिसके बाद से दुनियाभर में पहली बार वर्ल्ड
वेटलैंड डे को 2 फरवरी 1997 में मनाया गया था
भारत ने साल 1982 में 1 फरवरी को इस संधि
पर हस्ताक्षर किए थे
जिसके बाद से हर साल भारत में
भी वेटलैंड डे को एक मिशन और थीम के साथ मनाया जाता है
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