BY- Lokesh Nirwal

गेहूं की ये सात उन्नत किस्में असिंचित क्षेत्रों में देंगी 40 क्विंटल/हेक्टेयर तक पैदावार

किसानों के लिए गेहूं की फसल खाद्यान्न की प्रमुख फसलों में से एक है.इसी क्रम में आज हम वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की गई गेहूं की असिंचित दशा में बोई जाने वाली सात बेहतरीन किस्में लेकर आए हैं. 

 यह किस्म 140-145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म को किसान असिंचित क्षेत्र में लगाकर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.यह 30-35 क्विंटल/हेक्टेयर  तक पैदावार देती है. 

मगहर (केo-8027)

यह किस्म खेत में 90-110 दिन में पक जाती है. इसके पौधे 110-120 सेमी. तक लंबे होते है. किसान 25-35 क्विंटल/हेक्टेयर तक उपज प्राप्त कर सकते हैं.

इन्द्र (केo-8962)

यह किस्म 90-110 दिन में पक जाती है. इस किस्म के पौधे 90-100 सेमी. तक लंबे होते है. गेहूं की यह किस्म 28-35 क्विंटल/हेक्टेयर तक उपज देती है.

गोमती (केo-9465)

यह किस्म खेत में 105-110 दिन में तैयार हो जाती है. इसके पौधे 95-110 सेमी. लंबे पाए जाते हैं. वहीं गेहूं की यह किस्म 35-40 क्विंटल/हेक्टेयर तक उत्पादन देती है.

केo-9644

यह किस्म 115-120 दिन की अवधि में पक जाती है. वहीं, इसके पौधे की लंबाई 95-110 सेमी. तक होती है. किसान इस किस्म से 30 से 35 क्विंटल/हेक्टेयर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.

मंदाकिनी (केo-9351)

इस किस्म से किसान 30-35 क्विंटल/ हेक्टेयर उपज प्राप्त कर सकते हैं. यह पकने में 120-125 दिन का समय लेती है. वहीं, इसके पौधे की लंबाई 100-110 सेमी तक लंबे होते हैं.

एच.डी.-2888 

गेहूं की यह किस्म 25-35 क्विंटल/हेक्टेयर तक बढ़िया पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. यह किस्म 105-115 दिन में पक जाती है.

एच.डी.आर.-77

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