पिछले कुछ सालों से प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार ने पराली जलाने पर बैन लगा दिया है
पराली पर बैन लगने के बाद किसानों को ये समझ नहीं आ रहा था कि वे अब क्या करें. लेकिन, अब किसान पराली को बिना जलाए इससे निपट सकते हैं
अब बिना पराली जलाए ही खेत में पड़ी पराली पूरी तरह खाद में बदल जाएगी. जिससे पराली जलाने की समस्या भी खत्म हो जाएगी और जमीन की उर्वरक क्षमता भी बढ़ेगी
खेतों में पराली को नष्ट करने के लिए किसान विशेष स्प्रे जैव अपघटक यानी बायो डीकंपोजर का उपयोग कर सकते हैं
बायो डीकंपोजर फसल के बचे हुए अवषेशों को खेतों में ही गला देता है.जिससे प्राकृतिक खाद तैयार हो जाती है, जो खेतों की उर्वरक क्षमता को बढ़ाती है