BY- Lokesh Nirwal
यह सभी किस्में कम समय में तैयार होकर किसानों को
10-15 क्विंटल/हेक्टेयर तक की पैदावार देती हैं.
(Image Source: Pixabay)
यह किस्म 65-70 दिनों में पक जाती है और उपज
12-13 क्विंटल/हेक्टेयर है. इस किस्म के लिए उपयुक्त क्षेत्र पंजाब दिल्ली-NCR है.
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यह किस्म पीला मोज़ेक वायरस के प्रतिरोधी है.
किस्म 65-70 दिनों में पक जाती है जबकि उपज 8-10 क्विंटल/हेक्टेयर है. यह किस्म मध्य प्रदेश
क्षेत्र के लिए उपयुक्त है.
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मूंग की यह किस्म पाउडरी मिल्ड्यू के प्रति
प्रतिरोधी है. किस्म 80-85 दिनों में पकती है, इसकी उपज 12-13 क्विंटल/हेक्टेयर है. यह मध्य
प्रदेश के लिए सबसे उपयुक्त है.
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यह किस्म पीला मोज़ेक वायरस के प्रति
प्रतिरोधी है. किस्म 75-85 दिनों में पक जाती है जबकि उपज 10-15 क्विंटल/हेक्टेयर है. यह किस्म
UP के लिए उपयुक्त है.
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इस किस्म का बीज मध्यम एवं चमकदार होता है.
विविधता सभी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है. यह 70-75 दिनों में पक जाती है, इसकी उपज 8-10
क्विंटल/हेक्टेयर है.
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इस किस्म का बीज हल्का हरा रंग और पीला मोज़ेक
वायरस के प्रति सहनशील है. यह 65-70 दिनों में पक जाती है, वहीं, यह 12-15 क्विंटल/हेक्टेयर
पैदावार देती है.
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यह किस्म 60-65 दिनों में पक जाती है जबकि उपज
12-13 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. इस किस्म के लिए अपनाया गया क्षेत्र मध्य प्रदेश
है.