आमतौर पर प्रमुखता से मटर की खेती
सर्दियों के सीजन में होती है, लेकिन विभिन्न डिशेज में इसका पूरे साल इस्तेमाल किया जाता
है.
आजकल फ्रोजन मटर का बिजनेस खूब
चलने लगा है. हर ग्रॉसरी स्टोर पर आपको फ्रोजन मटर के पैकेट देखने को मिलेंगे.
फ्रोजन मटर के बिजनेस को आप एक छोटे से
कमरे से भी शुरू कर सकते हैं.
मटर धोने, छीलने और उबालने के लिए
मजदूरों की आवश्यकता होगी.
मटर के छिले हुए दानों को करीब 90
डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान में बॉईल किया जाता है. उसके बाद दानों को 3 से 5 डिग्री
सेंटीग्रेड तक ठंडे पानी में डाल दिया जाता है.
इससे मटर में मौजूद बैक्टीरिया मर जाए
फिर इनवर्टर को करीब 40 डिग्री तक के तापमान में रख
दिया जाता है ताकि मटर में बर्फ जम जाए.
फिर मटर के दानों को पैकेट में पैक करके
बाजार में सप्लाई कर दिया जाता है.
किसानों से जहां 10-20 रुपये प्रति किलो
के हिसाब से सीजन में मटर खरीदा जा सकता है. वहीं जब इसे फ्रोजन मटर के रूप में परिवर्तित कर
दिया जाता है, तो यह आसानी से 120-200 रुपये प्रति किलो तक बिकता है.