मकर संक्रांति: दही-चूड़ा खाने का कारण?

Author- Lokesh Nirwal

मकर संक्रांति के दिन तिल से बनी चीजें, गुड़ और दही-चूड़ा विशेष रूप से खाया जाता है

मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और चावल, तिल आदि दान भी किया जाता है

इसके अलावा इस दिन सूर्य भगवान की भी पूजा की जाती है

मकर संक्राति के दिन दही-चूड़ा इसलिए खाया जाता है क्योंकि इस दौरान धान की कटाई की जाती है

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्राति के दिन चावल खाना बेहद शुभ होता है

मान्यता है कि इस दिन दही-चूड़ा खाने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है साथ ही ग्रह दोष से भी छुटकारा मिल है

इस दिन परिवार के साथ दही-चूड़ा खाने से आपसी प्रेम बढ़ता है और रिस्ते मजबूत बनते हैं

मकर संक्रांति के दिन छात्रों के द्वारा सूर्य देव को दही-चूड़ा का भोग लगाने से परीक्षा में सफलता मिलती है.

Read More