BY- Manisha Sharma
शहद नेचर का ऐसा उपहार है जिसके एक नहीं अनेक फ़ायदे हैं. ये स्वादिष्ट के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर भी होता है.
मौजूदा समय में ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से
शहद का कारोबार बढ़ता जा रहा है, लेकिन कभी-कभी मिलावटी या नकली शहद भी हमें देखने को मिलता
है.
शहद की सही पहचान न होने की वजह से हम असली-नकली
शहद में फ़र्क़ नहीं कर पाते. ऐसे में आइए जानते हैं असली-नकली शहद की पहचान करने के कुछ
टिप्स
शहद की सही पहचान न होने की वजह से हम असली-नकली
शहद में फ़र्क़ नहीं कर पाते. ऐसे में आइए जानते हैं असली-नकली शहद की पहचान करने के कुछ
टिप्स
रुई लें और इसे माचिस की तीली पर लपेट लें, फिर
शहद में डुबा कर निकालें. कुछ समय बाद इसमें मोमबत्ती से आग लगाकर देखें अगर रुई आग पकड़ ले तो
शहद असली है और न पकड़े तो ये नकली है.
एक गिलास में पानी लें. इसमें चम्मच से थोड़ा सा
शहद डालकर देखें. अगर शहद पानी की सतह पर तैरे या घुलने लगे तो ये नकली या मिलावटी है और अगर
शहद सीधा नीचे चला जाए तो असली है.
किसी कटोरे में एक बड़ा चम्मच शहद ले लें फिर
सिरके की कुछ बूंदे इस पर डालें. अगर इस घोल से झाग बनने लगे तो समझ लें कि शहद मिलावटी
है.
किसी कपड़े पर शहद की कुछ बूंदे गिराएं उसके बाद
कपड़े को धो दें. अगर दाग़ रह जाए तो समझ लें कि आपका शहद नकली है.
नकली या मिलावटी शहद के नुकसान ये हैं कि इससे
आपका पेट, ख़राब होगा, सेहत भी ख़राब रहेगी. मिलावटी शहद में मिठास के लिए हद से ज़्यादा चीनी
का इस्तेमाल होता है.
अगर इस तरह का शहद इस्तेमाल करेंगे तो आपका वज़न
तेज़ी से बढ़ेगा. इसलिए सही शहद का सेवन बहुत ज़रूरी है.