यह एक राजस्थानी बकरी की नस्ल है, जो सोजत जिले से संबंधित है. इस नस्ल की
बकरी का दूध उत्पादन कम है, इसलिए इसे मुख्यतौर पर मांस के लिए ही पाला जाता है
गूजरी नस्ल की बकरी मूल रुप से राजस्थान में पाई जाती है. इस नस्ल की बकरी
का दूध काफी अच्छा होता है. इसके अलावा, गूजरी नस्ल की बकरी का मांस भी काफी अच्छा क्वालिटी का होता
है. इसलिए इन्हें दोनों के लिए पाला जाता है
यह एक स्वदेशी नस्ल की बकरी है, जो करौली जिले के सपोटरा, मान्डरेल, हिंडौन
के साथ साथ सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी और बारां जिले में पाली जाती है. इस नस्ल की बकरियों से दूध
और मांस दोनो प्राप्त किया जा सकता है
बकरी की जमुनापारी नस्ल ज्यादातर इटावा, मथुरा आदि जगहों पर पाई जाती है.
इस बकरी को खासतौर पर दूध और मांस दोनों उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पाला जाता है
बकरी की बरबरी नस्ल ज्यादातर एटा, अलीगढ़ तथा आगरा जिलों में अधिक पाई जाती
है. यह ज्यादातर मांस उत्पादन के लिए उपयोग में लाई जाती है. इसलिए इन्हें मांस के लिए पाला जाता
है