एवोकाडो एक विदेशी फल है जो विदेशों के
साथ-साथ भारत में भी तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है. क्योंकि यह फल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद
होता है.
एवोकैडो के पौधे लगभग 20-25 डिग्री सेल्सियस के बीच मिट्टी के तापमान में
पनपते हैं, वहीं 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे और 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान जड़ के विकास
में बाधा डालता है.
प्रगतिशील युवा किसान हर्षित गोधा एवोकाडो उगाने वाले इजरायली किसानों से
प्रेरणा लेकर भारत के भोपाल में एवोकाडो की सफलतापूर्वक खेती कर रहे हैं.
युवा किसान हर्षित एवोकाडो की खेती के साथ-साथ देश एवोकाडो का पौधा
बेच सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुनाफा कमा रहे हैं.
युवा किसान और उद्यमी हर्षित गोधा भोपाल में इजरायली तकनीक से एवोकाडो की
खेती करने के साथ-साथ अपने पौधों की सिंचाई के लिए इजरायली तकनीक यूनिराम का इस्तेमाल करते हैं
हर्षित के अनुसार एवोकाडो की खेती के दौरान एक एकड़ में एवोकाडो के 170
प्लांट 3.5 मीटर और 7.5 मीटर के दूरी पर लगाया जाता है.
एवोकाडो में साल में एक बार फल लगता है, जिसकी तुड़ाई अगस्त-सितंबर माह में
होती है. वही एक पौधे से 30-35 किलो फल और एक एकड़ से लगभग 6 टन की उपज मिलती है.