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719 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट से पराली की समस्या दूर करेगा यह राज्य, जानिए पराली से कैसे होगा मुनाफा
पंजाब सरकार ने पराली को जलाने के बजाए अब उससे बायोएथनोल प्रोजेक्ट लगाने का निर्णय लिया है। इस परियोजना के लिए मैर्सज एसएबी इंडस्टरीज लिमेटड़ के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। उधोग एवं वाणिज्य मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा के अनुसार लगभह 719 करोड़ रुपए के निवेश वाली यह परियोजना पराली से 25000 टीपीए जी बायो एथेनौप पैदा करेगा।
पंजाब सरकार ने पराली को जलाने के बजाए अब उससे बायोएथनोल प्रोजेक्ट लगाने का निर्णय लिया है। इस परियोजना के लिए मैर्सज एसएबी इंडस्टरीज लिमेटड़ के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। उधोग एवं वाणिज्य मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा के अनुसार लगभह 719 करोड़ रुपए के निवेश वाली यह परियोजना पराली से 25000 टीपीए जी बायो एथेनौप पैदा करेगा।
सुंदर शाम अरोड़ा के अनुसार इस निवेश से संगरुर में रोज़गार के अवसर पैदा होंगे इससे फसलों के अवशेषों को जलाने कि सम्सया से निज़ात मिलने के भी आसार है कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार फसल से सालाना 120-160 लाख टन अवशेष निकलते है। यदी इसको एथनोल में परिवर्तित किया जाए तो सालाना 3 हज़ार करोड़ एथनोल पैदा होने के अच्छे आसार है।
देश में जैविक ईधन को प्रोत्साहित करने के लिए पैट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार ने जैविक ईंधन संबधी राष्ट्री नीती-2018 बनाई है। इस नीती का उद्देशय ट्रांस्पोर्टेशन एंव उर्जा क्षेत्र में जैविक ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है।
भानु प्रताप
कृषि जागरण
English Summary: The state will overcome the problems of Rs 719 crore project, know how profitable it will be from Parli
Published on: 10 July 2018, 07:47 AM IST
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