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बिहार में पीओएस मशीन के माध्यम से खादों की बिक्री का शुभारम्भ

बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार द्वारा राज्य में पीओएस मशीन के माध्यम से खादों के बिक्री का शुभारम्भ मैसर्स भगवती ट्रेडर्स दानापुर प्रखण्ड, पटना के प्रांगण में आयोजित किया गया।

बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार द्वारा राज्य में पीओएस मशीन के माध्यम से खादों के बिक्री का शुभारम्भ मैसर्स भगवती ट्रेडर्स दानापुर प्रखण्ड, पटना के प्रांगण में आयोजित किया गया।

डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि आज से पूरे राज्य में सभी खुदरा उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरकों की बिक्री पीओएस मशीन के माध्यम से की जायेगी। सभी जिलों में जिला पदाधिकारी द्वारा इसकी शुरूआत की जा रही है। किसानों को उर्वरक की खरीद करने के लिए अपना आधार कार्ड अथवा अन्य मानक पहचान पत्र लेकर उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर जाना अनिवार्य होगा। केन्द्र एवं राज्य सरकार कई योजनाओं में डिजिटल माध्यमों को प्रोत्साहित कर रही है तथा आधार कार्ड आधारित योजनाओं के सत्यापन का प्रचलन हाल के वर्षों में बढ़ा है। इस प्रणाली में थोक उर्वरक विक्रेता सिर्फ अधिकृत खुदरा अनुज्ञप्तिधारी के साथ ही व्यवसाय करेंगे तथा खुदरा व्यवसाय के लिए पीओएस मशीन अनिवार्य किया गया है। इस प्रणाली से जिलों में सामान्य रूप से उर्वरकों की उपलब्धता एवं ऑन-लाईन मॉनिटरिंग की जाएगी। इससे उर्वरकों की बिक्री में पारदर्शिता आयेगी तथा उचित मुल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता होगी, साथ ही, किसानों को डिजिटल रसीद उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि इससे लाभुकों का आधार सत्यापन होगा। भविष्य में इस प्रणाली से मृदा स्वास्थ्य कार्ड एवं आधार से जुड़े भू-अभिलेखों का इंटीग्रेशन किया जायेगा, ताकि इस प्रणाली का व्यापक लाभ उठाया जा सके। वर्तमान में बिहार राज्य में 22,362 अधिकृत खुदरा उर्वरक विक्रेता हैं, जिनमें लगभग 18,500 खुदरा उर्वरक विक्रेताओं द्वारा पीओएस मशीन की प्राप्ति कर ली गई है तथा उन्हें मशीन के संचालन के लिए प्रशिक्षित भी किया जा चुका है। 18,500 मशीनों में पुनः क्रियान्वन का कार्य कर लिया गया है तथा यह कार्य लगातार जारी है। आज की तिथि में जो खुदरा विक्रेता पीओएस मशीन का उठाव नहीं किए हैं, वे उर्वरक व्यवसाय नहीं कर पाएंगे तथा उनका लाइसेंस रद्द हो जाएगा। राज्य में खुदरा उर्वरक व्यवसाय के लिए पीओएस मशीन के माध्यम से उर्वरक की बिक्री अनिवार्य होगी। कहा कि राज्य में यूरिया एवं अन्य उर्वरक पर्याप्त मात्र में उपलब्ध है, किसान किसी भी प्रकार के अफवाह पर ध्यान नहीं दें।

प्रधान सचिव, कृषि विभाग सुधीर कुमार ने बताया कि इस प्रणाली के लागू हो जाने से उर्वरकों की कालाबाजारी पर रोक लगेगी एवं इसका उपयोग कृषि के अलावा अन्य क्षेत्रों में नहीं किया जा सकेगा। इस अवसर पर विधायक आशा देवी, अशोक प्रसाद, संयुक्त निदेशक (रसायन), कृषि निदेशक हिमांशु कुमार राय, निदेशक, भूमि संरक्षण गुलाब यादव सहित विभाग के अन्य पदाधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में किसान भाई व बहन मौजूद थे।

संदीप कुमार

स्टेट इंचार्ज, कृषि जागरण, बिहार

मो.- 09931838846

ई मेल- sandip@krishijagran.com

English Summary: Launch of sale of fertilizers through POS machine in Bihar Published on: 16 February 2018, 10:40 PM IST

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