1. Home
  2. औषधीय फसलें

Citronella Grass: सिट्रोनेला घास की खेती से कमाएं प्रति एकड़ लाख रूपये...

अगर आप पशुपालक हैं और अपने पशुओं के लिए अच्छे चारे की तलाश कर रहे हैं तो ऐसे में आप सिट्रोनेला घास की खेती कर सकते हैं जो आपके लिए बेहद ख़ास है...

KJ Staff
KJ Staff
Citronella Grass
सिट्रोनेला घास की खेती

सिट्रोनेला घास की खेती कर आप अधिक लाभ कमा सकते हैं. दरअसल यह घास कई प्रकार से उपयोग में लायी जाती है. जहां एक ओर सौंदर्य के लिए क्रीम आदि बनाने में इसका उपयोग होता है तो वहीं दूसरी ओर मच्छर व मक्खियों को दूर भगाने के लिए इस घास की खास उपयोगिता है. यह काफी दिनों तक लगने वाली घास है जिसके फलस्वरूप किसान एक बार की लागत में कई गुना ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर आसानी से अच्छा लाभ कमा सकते हैं.

इस घास की एक नई किस्म जोर लैब सी- 5 जावा जो कि असम के उत्तर-पूर्व विज्ञान एवं प्रौद्दोगिकी संस्थान द्वारा अनुसंधान की गई थी उसे खेती के लिए स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी की थी.

यह घास अधिक औषधीय गुण रखने के कारण आजकल काफी व्यापक पैमान पर खेती के अन्तर्गत किसानों को अधिक मुनाफा दे रही है. बताते हैं कि यह घास कम उर्वरा शक्ति वाली भूमि पर आसानी से उपजाई जा सकती है. इस घास से निकला हुआ तेल में मौजूद रसायन ही कई प्रकार के उत्पाद बनाने में लाभकारी होते हैं.

इसकी खेती भारत में पूर्वोत्तर राज्यों समेत यूपी, पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश के साथ-साथ दक्षिण में तमिलनाडू एवं केरल में बड़े स्तर पर की जाती है. यह बुवाई के तीन महीने बाद कटाई के लिए तैयार हो जाती है. एक कटाई के बाद बहुत जल्द कटाई के लिए तैयार होने के कारण यह साल में तीन से चार फसल देती है. जिससे सिंट्रोनेला व्यावसायिक खेती के लिए काफी लाभकारी है.

इस घास की एक एकड़ खेती से 80 किलोग्राम तक तेल प्राप्त किया जा सकता है जबकि इसकी तेल की कीमत डेढ़ हजार रुपए तक मिलती है.

ये भी पढ़ें: अजोला की खेती करने का तरीका

बताते चलें कि दैनिक जीवन में इस्तेमाल किए जाने वाले साबुन, क्रीम, आदि के लिए इस घास के तेल में मौजूद रसायन काफी लाभकारी होते हैं. मच्छर व मक्खी आदि को भगाए जाने के लिए आज कल बनने वाले उत्पादों के निर्माण में यह लाभदायक होती है.

English Summary: Citronella Grass Published on: 21 April 2018, 03:11 IST

Like this article?

Hey! I am KJ Staff. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News